दरभंगा: जिलाधिकारी डॉ. त्यागराजन जिले में मातृत्व मृत्यु दर को कम करने के उद्देश्य से एक सॉफ्टवेयर लॉन्च करने जा रहे हैं. यह वेब आधारित मोबाइल ऐप है, जिसे वंडर दरभंगा का नाम दिया गया है. इस सॉफ्टवेयर को लॉन्च करने में सरकार का कोई राजस्व खर्च नहीं होगा, यह पूर्णतः निशुल्क है. दरभंगा के बहादुरपुर और बेनीपुर में पायलट प्रोजेक्ट के रूप में इस मोबाइल को लॉन्च किया जाएगा. इसको लेकर दरभंगा समाहरणालय स्थित अंबेडकर सभागार में एक कार्यशाला का आयोजन किया गया.
Wonder Darbhanga : शिशु-मातृत्व मृत्यु दर कम करेगा ये ऐप, गर्भवती और डॉक्टर के पास जाएगा अलर्ट
शिशु-मातृत्व मृत्यु दर कम करने के लिए दरभंगा जिला प्राशासन ने एक डिजिटल प्लेटफॉर्म का सहारा लिया है. इसके लिए ऐप की लांचिग की जा रही है. ये ऐप यूजर फ्रेंडली ऐप होगा, जिसका नाम है- वंडर दरभंगा.
वहीं, सिविल सर्जन अमरेंद्र नारायण झा ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि इस सॉफ्टवेयर को इसके प्रोपराइटर ने सर्वप्रथम राज्य के दरभंगा जिला में लॉन्च करने की सहमति प्रदान कर दी है. साथ ही उन्होंने कहा कि जिला में इसे एक नवोन्मेषी प्रयोग के रूप में क्रियान्वित किया जा रहा है. इससे बहादुरपुर एवं बेनीपुर अंचल के लोग लाभान्वित होंगे. वहीं, उन्होंने कहा कि इसके तहत गर्भवती, धातृ महिलाओं का डाटाबेस तैयार किया जाएगा. प्रायः ऐसा देखने को मिलता है कि गर्भावस्था में महिलाओं का रक्तचाप बढ़ अथवा घट जाने से उनकी तबीयत ज्यादा बिगड़ जाती है और अस्पताल में ले जाने में देरी कर देने पर कभी-कभी महिला की मृत्यु हो जाती है. वंडर सॉफ्टवेयर इस समस्या का निराकरण करने में मददगार साबित होगा.
अलर्ट मैसेज से मिलेगी मदद
सिविल सर्जन ने ऐप के बारे में बताते हुए कहा कि इस ऐप में गर्भवती महिलाओं का डाटा अपलोड रखने पर मरीज एवं पीएचसी के चिकित्सक को उनके मोबाइल फोन पर अलर्ट मैसेज आ जाएगा. इससे उक्त मरीज का नियमित चेकअप शुरू होगा और प्रेगनेंसी कंपलीकेशन दृष्टिगत होने पर मरीज को डीएमसीएच में तुरंत रेफर कर, उन्हें बेहतर चिकित्सा सुविधा प्रदान की जाएगी. ऐप के लांच हो जाने से लाइव मॉनिटर प्रणाली विकसित हो जाएगी. वहीं, उन्होंने आशा व्यक्त की है कि इस सॉफ्टवेयर का क्रियान्वयन होने पर मातृत्व मृत्यु दर कमी होगी. इस अवसर पर जिला सांख्यिकी पदाधिकारी बेनीपुर एवं बहादुरपुर के प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी, डीएमसीएच के गायनिक विभाग के चिकित्सक, डीपीएम जीविका, सीडीपीओ, महिला पर्यवेक्षिका एवं वंडर सॉफ्टवेयर टीम के सदस्य उपस्थित थे.