दरभंगा:मानसूनपूर्व हुई बारिश की वजह से कुशेश्वर स्थान पूर्वी प्रखंड के इलाके में कमला नदी उफान पर है. इसकी वजह से नदी का पानी चौर और खेतों में फैल गया है. इससे कई पंचायतों में मूंग और मक्के की फसलों को नुकसान हुआ है. साथ ही सड़कें डूब जाने की वजह से प्रखंड और जिला मुख्यालय आने-जाने में परेशानी हो रही है. इससे लोगों की परेशानी बढ़ गई है.
कमला नदी के जलस्तर में उफान, दरभंगा जिले के दर्जनों गांवों में मंडरा रहा बाढ़ का खतरा - फसलों को हुआ नुकसान
दरभंगा में यास तूफान की वजह से लगातार चार दिनों तक बारिश हुई थी. उसके बाद भी एक-दो दिन पर बारिश हो रही है. इसकी वजह से कमला नदी का पानी चौर और खेतों में फैल रहा है. इससे फसलों के नुकसान के साथ-साथ पैदल चलने वालों को भी परेशानी हो रही है.
बारिश की पानी बनी मुसीबत
जानकारी के अनुसार, यास तूफान की वजह से लगातार चार दिनों तक बारिश हुई थी. उसके बाद भी एक-दो दिन पर बारिश हो रही है. इसकी वजह से नदी का पानी चौर और खेतों में फैल रहा है. इससे मक्के और मूंग की फसल को भारी नुकसान हुआ है. साथ ही नदी की धारा के बीच में बसे कई गांवों का प्रखंड और जिला मुख्यालय आने-जाने वाला रास्ता डूब गया है. इससे लोगों को परेशानी हो रही है.
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जिला प्रशासन से नाव की मांग
स्थानीय लोगों ने बताया कि सबसे ज्यादा प्रभावित केवटगामा और महिसौथ पंचायतें हुई हैं. इन पंचायतों के कई गांवों के चौर और खेतों में पानी जमा है. इससे लोगों को आने-जाने में परेशानी हो रही है. लोग पानी में घुस कर पैदल आवागमन कर रहे हैं. लोगों ने जिला प्रशासन से नाव उपलब्ध कराने की मांग की है.