दरभंगा:देश भर में कोविड 19 महामारी के मामले कम नहीं हो रहे हैं. बिहार में भी उसी तरह मरीजों की संख्या लगातार बढ़ रही है. राज्य में जहां भी कोरोना के मरीज मिले थे, वहां कंटेंमेंट जोन बनाए गए थे. इन सभी कंटेंमेंट जोन में 31 दिसंबर 2020 तक लॉक डाउन लागू है. भारत सरकार के गृह मंत्रालय की गाइडलाइन के अनुसार कंटेंमेंट जोन में कई पाबंदियां लागू हैं. लेकिन इन पाबंदियो का जिले के कंटेंमेंट जोन में लागू होता नहीं दिख रहा है.
दरभंगा: कोविड कंटेंमेंट जोन में लोग उड़ा रहे हैं गाइडलाइन की धज्जियां, प्रशासन ने बंद की आंख - Violation of Covid Rules of Ministry of Home Affairs
जिले कोविड कंटेंमेंट जोन में किसी प्रकार के नियम का पालन नहीं हो रहा है. कंटेंनमेंट जोन में रहने वाले नागरिक खुलेआम कोविड नियमों की धज्जी उड़ा रहे हैं. वहीं, जिला प्रशासन ने भी इस मसले पर अपनी आंख बंद कर ली है.
जिले के कंटेंमेंट जोन में नहीं हो रहा गाइडलाइन का पालन
दरभंगा शहर के वार्ड 20 के मीर शिकार टोला में शहर का पहला कोरोना मरीज मिला था. जिसके बाद इसे कंटेंमेंट जोन बनाया गया था. लेकिन इस कंटेंमेंट जोन में कोरोना की गाइडलाइन की धज्जियां उड़ाई जा रही हैं. जिला प्रशासन ने भी यहां के लोगों को उनके हाल पर छोड़ दिया है.
मीर शिकार टोला के लोगों ने बताया कि जब से कंटेंमेंट जोन घोषित किया गया है तब से इस मोहल्ले को भगवान भरोसे छोड़ दिया गया है. मोहल्ले में चारों ओर गंदगी पसरी हुई है. नाला का पानी सड़क पर बह रहा है. लोगों ने कहा कि इस कंटेंमेंट जोन में स्वास्थ्यकर्मी भी नहीं आते हैं. बाहर से ही नगर निगम के लोग लाउडस्पीकर पर जागरूकता अभियान चला कर चले जाते हैं. इसका परिणाम ये हुआ है कि लोग लापरवाह बन गए हैं. न तो सोशल डिस्टेंसिंग का पालन हो रहा है न ही लोग मास्क पहन रहे हैं. इससे खतरा बढ़ता जा रहा है.
आयुक्त ने कहा सावधानी बरती जा रही
वहीं, दरभंगा नगर निगम के आयुक्त मनेश कुमार मीणा ने कहा कि जितने भी कंटेंमेंट ज़ोन शहर में बनाए गए हैं. उनमें खास सावधानी बरती जा रही है. वहां साफ-सफाई का खास ध्यान रखा जा रहा है.