दरभंगा: कोरोना महामारी के भीषण संकट में फंसे बिहार के लोगों की मदद करने के लिए सात समुंदर पार बसे बिहारी भी आगे आ गये हैं. अमेरिका के न्यूजर्सी शहर से चलने वाली प्रवासी बिहारियों की संस्था 'बिल्डिंग बिहार' राज्य के कई जिलों के अलावा देश के कोने-कोने में फंसे बिहारी छात्रों और मजदूरों की मदद कर रही है. संस्था के माध्यम से दरभंगा जिले के बहादुरपुर प्रखंड के मिल्की चक में गरीबों के बीच राहत सामग्री का वितरण किया गया.
दरभंगा: सात समुंदर पार बसे प्रवासी बिहारी राज्य के लोगों को पहुंचा रहे मदद - Building Bihar Society
बिल्डिंग बिहार के सदस्य दिगंबर यादव ने बताया कि लॉकडाउन के समय से ही उनकी संस्था बिहार के बेगूसराय, पूर्णिया, समस्तीपुर और दरभंगा समेत कई जिलों में राहत का काम कर रही है.
इस संस्था ने लॉकडाउन के बाद अपने देशव्यापी नेटवर्क के माध्यम से बिहार और बिहार से बाहर रह रहे 600 से ज्यादा लोगों तक राशन व अन्य जरूरी सामान के साथ नगद राशि भी पहुंचाई है. बिल्डिंग बिहार के सदस्य दिगंबर यादव ने बताया कि लॉकडाउन के समय से ही उनकी संस्था बिहार के बेगूसराय, पूर्णिया, समस्तीपुर और दरभंगा समेत कई जिलों में राहत का काम कर रही है. इसके अलावा देश के कोने-कोने में रहने वाले बिहारी छात्रों और मजदूरों की राशन और नकद राशि के माध्यम से मदद की जा रही है.
दरभंगा के युवक चलाते हैं ये संस्था
उन्होंने कहा कि जब तक लॉकडाउन रहेगा तब तक उनका देशव्यापी राहत अभियान चलता रहेगा. बता दें कि 'बिल्डिंग बिहार' संस्था दरभंगा के कुशेश्वर स्थान के मूल निवासी राहुल यादव, अमेरिका के न्यूजर्सी से चलाते हैं. वे पेशे से आईटी इंजीनियर हैं. भारत में संस्था का कार्यालय बेंगलुरु में है, जिसे सॉफ्टवेयर इंजीनियर तन्मय संभालते हैं. ये संस्था अमेरिका के अलावा ब्रिटेन, जर्मनी, दिल्ली, पुणे और बेंगलुरु में काम करती है.