दरभंगा:कहते हैं शिक्षक राष्ट्र के निर्माता होते हैं. उन्हीं के दिखाए मार्ग पर चलकर किसी देश की भावी पीढ़ी तरक्की में अपना योगदान देती है. ऐसे ही एक शिक्षक हैं दरभंगा जिले के अलीनगर प्रखंड (Alinagar Block) के जौघट्टा मध्य विद्यालय (Jughatta Middle School) के महेश प्रसाद जो स्कूल आने के लिए माइकिंग के जरिये बच्चों को प्रेरित कर रहे हैं. इतना ही नहीं कोरोना काल (Corona Period) में करीब डेढ़ साल बंद रहने के बाद जब स्कूल खुला तो वहां गंदगी का अंबार लगा था. जिसके बाद वे खुद ही विद्यालय की साफ सफाई में लग गए.
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कोरोना के कारण लंबे समय तक स्कूल बंद होने से पढ़ने-पढ़ाने का वातावरण बिल्कुल खत्म हो चुका था. ऐसे में महेश ने सोचा कि इस वातावरण में न तो बच्चे स्कूल आएंगे और न ही यहां पढ़ाई का वातावरण बनेगा. फिर उन्होंने खुद से कुदाल और टोकरी उठाई और विद्यालय परिसर को साफ करना शुरू कर दिया है. उन्हें सफाई करते देखकर गांव के कुछ युवा भी सफाई अभियान से जुड़े और पूरे विद्यालय को चकाचक कर दिया गया.
कैंपस में घास-फूस का जंगल उग आया था. ऐसे वातावरण में बच्चों का स्कूल आकर पढ़ना मुश्किल था. इसलिए मैंने खुद ही कुदाल और टोकरी उठाई और पूरे कैंपस की सफाई में जुट गया. मुझे सफाई करता देख गांव के कुछ युवक भी इसमें शामिल हुए और दो-तीन दिन की सफाई में स्कूल को चकाचक कर दिया गया. अब जरूरत थी बच्चों को स्कूल लाने के लिए प्रेरित करने की इसलिए मैंने माइक से गांव के गली गली में घूम कर माइकिंग कर अभिभावकों से बच्चों को स्कूल भेजने का आग्रह किया.- महेश प्रसाद, शिक्षक, मध्य विद्यालय जौघट्टा
शिक्षक महेश प्रसाद ने पूरे गांव में घूम घूमकर खुद से माइकिंग की और अभिभावकों से अपने बच्चों को स्कूल भेजने की अपील की. उन्होंने कक्षाओं को सैनिटाइज कराया, बलून और फूल पत्ती से सजा-धजा कर कक्षा को आकर्षक बनाया. फिर कक्षा में बच्चों का स्वागत किया गया. शिक्षक महेश प्रसाद की इस पहल से बच्चे बेहद खुश हैं. उनमें स्कूल आने की ललक जगी है और अब स्कूल में बड़ी संख्या में बच्चे पहुंचने लगे हैं. गांव के लोगों ने भी महेश के इस अभियान की तारीफ की है.