दरभंगा: जिले के अलीनगर प्रखंड के तुमौल गांव के सुशांत मिश्रा ने दक्षिण अफ्रीका में खेले जा रहे अंडर-19 विश्व कप के सेमीफाइनल में पाकिस्तान के विरुद्ध तीन विकेट लेकर मैच का रुख ही बदलते हुए भारत को जीत दिलाई थी. इसको लेकर उनके गांव में खुशी का माहौल है. वहीं, रविवार को चल रहे फाइनल मैच को लेकर गांव के लोग लगातार टीवी पर निगाहें जमाए हुए हैं. सभी भगवान से दुआ कर रहे हैं कि टीम इंडिया जीत दर्ज करे. इस जीत में सुशांत का अच्छा प्रदर्शन करें.
U19 WC Final: अब दरभंगा के सुशांत मिश्रा की बारी, दादा-दादी और पूरे गांव में दुआओं का दौर जारी - sushant mishra
सुशांत के दादा कृष्ण देव मिश्र बताते हैं कि शुरू में तो हम लोगों ने यह भी नहीं सोच था कि ये जिला स्तर पर क्रिकेट खेलेगा. लेकिन बाद में इसकी परफॉर्मेंस अच्छी होने लगी, तो महसूस किया कि यह लड़का बहुत आगे बढ़ सकता है.
तेज रफ्तार की बॉलिंग तथा बाएं हाथ से बल्लेबाजी करने वाले सुशांत के पैतृक गांव दरभंगा जिले तुमौल में उनके दादा और दादी रहते हैं. वो दोनों सुबह से ईश्वर से प्रार्थना कर रहे हैं कि उनका नाती अपने तेज गेंदबाजी से बंग्लादेश को चारों खाने चित कर दे. वैसे तो सुशांत परिवार के साथ रांची में रहते हैं और वहीं उनके पिता रांची में ही एक निजी कंपनी में कार्यरत हैं. सुशांत के गांव में दादाजी कृष्ण देव मिश्रा और दादी किशोरी मिश्रा रहता हैं.
सुशांत ने रोशन किया नाम- दादा
ग्रामीणों ने बताया कि सुशांत का बचपन से ही क्रिकेट के प्रति काफी रुझान था और वह पिछले 8 सालों से क्रिकेट खेल रहे हैं. सुशांत बाएं हाथ से तेज गेंदबाजी के साथ ही बाएं हाथ से बेहतरीन बल्लेबाजी करते हैं. वहीं, सुशांत के दादा जी कृष्ण देव मिश्र बताते हैं कि शुरू में तो हम लोगों ने यह भी नहीं सोच था कि ये जिला स्तर पर क्रिकेट खेलेगा. लेकिन बाद में इसकी परफॉर्मेंस अच्छी होने लगी, तो महसूस किया कि यह लड़का बहुत आगे बढ़ सकता है. इसकी प्रतिभा, लगन और जुनून केवल क्रिकेट में ही रही है. लेकिन सुशांत इंटरनेशनल लेवल पर खेलेगा. यह तो कभी हमें महसूस नहीं हुआ. अब लगता है इंटरनेशनल लेवल पर खेल रहा है और आगे भी खेलेगा.