दरभंगाः कहते हैं कि अगर दिल में लगन और मेहनत करने का जुनून हो तो हर मुश्किल राह आसान हो जाती है. मिथिला की माटी में तो ये खास गुण है कि यहां से निकल कर कई क्षेत्रों में लोग देश का नाम रोशन कर रहे हैं. ऐसा ही एक कमाल एक ऑटो चालक के बेटे ने भारतीय सेना में लेफ्टिनेंट बन कर कर दिखाया है.
कमतर संसाधनों के बीच हुई प्रारंभिक शिक्षा
जिले के सुदूर कुशेश्वर स्थान के बेरि गांव के ऑटो चालक गणेश पाठक के बेटे पुरुषोत्तम पाठक ने यह उपलब्धि हासिल की है. उन्होंने देहरादून की मिलिट्री एकेडमी में शनिवार को आयोजित परेड के बाद पंजाब रेजिमेंट में लेफ्टिनेंट का पद प्राप्त किया. ये खबर मिलते ही पूरे जिले में खुशी की लहर दौड़ गई. पुरुषोत्तम के पिता ऑटो चलाते हैं और मां गृहिणी हैं. एक बेहद साधारण परिवार और सुदूर देहात के परिवेश में कमतर संसाधनों के बीच पुरुषोत्तम की प्रारंभिक शिक्षा हुई.
नौकरी में रहते हुए कंपटीशन की तैयारी
पुरुषोत्तम ने कुशेश्वर स्थान के नंदकिशोर हाई स्कूल सतीघाट से मैट्रिक तक की पढ़ाई और दरभंगा के एमएलएसएम कॉलेज से इंटर साइंस की परीक्षा पास की. उसके बाद वे जेएनयू दिल्ली चले गए. जहां से विज्ञान में स्नातक किया. उन्होंने साल 2011 में भारतीय सेना में सिग्नल ट्रेड में ज्वाइन किया, लेकिन उनकी इच्छा सेना में अधिकारी बनने की थी. इसलिए नौकरी में रहते हुए उन्होंने कठिन परिश्रम के साथ कंपटीशन की तैयारी जारी रखी.