दरभंगा: बहादुरपुर में बुधवार को राष्ट्रव्यापी आह्वान के तहत एसएफआई की ओर से बहादुरपुर के बिरनीयां में प्रतिरोध दिवस मनाया गया. इस दौरान एसएफआई के राज्य सचिव मुकुल राज ने मांग की है कि लॉकडाउन में फंसे छात्रों को उनके घर पहुंचाया जाए. ऑनलाइन क्लास के माध्यम से गरीब छात्रों के भविष्य से खिलवाड़ बंद करें. क्योंकि अधिकांश छात्र गरीब परिवार और सुदूर इलाके से आते हैं.
दरभंगा: SFI ने की केजी से पीजी तक के छात्रों की छात्रवृत्ति का भुगतान करने की मांग - एसएफआई ने की छात्रवृत्ति का भुगतान करने की मांग
दरभंगा में एसएफआई ने केजी से पीजी तक के छात्रों के छात्रवृत्ति का भुगतान करने की मांग की. साथ ही क्वॉरेंटाइन सेंटर को दुरुस्त करने की भी मांग की.

शिक्षण शुल्क हो माफ
मुकुल राज ने कहा कि लॉकडाउन के दौरान तीन महीने का छात्रावास शुल्क और शिक्षण शुल्क माफ किया जाये. निजी मकानों में किराए पर रह रहे छात्रों को मकान मालिकों की ओर से आर्थिक दोहन के साथ-साथ मानसिक और शारीरिक प्रताड़ना का भी शिकार होना पड़ रहा है. उन्होंने कहा कि सरकार केजी से पीजी तक के छात्रों के छात्रवृत्ति का भुगतान अविलंब करे. साथ ही छात्रों के रूम का किराया सरकार की ओर से भरा जाए.
क्वॉरेंटाइन सेंटर को किया जाए दुरुस्त
एसएफआई के राज्य सचिव मुकुल राज ने कहा कि पूरे देश के कोने-कोने से पलायन कर रहे मजदूरों के दर्दनाक मौत से काफी आहत हूं. सरकार प्रवासी मजदूरों को सुरक्षित उनके घर पहुंचाये और मजदूरों को तीन महीने तक 7500 प्रति माह दे. क्वॉरेंटाइन सेंटरों को दुरुस्त करें और इन सेंटरों पर मीडिया कर्मियों को जाने की अनुमति दे.