दरभंगा:कोरोना वायरस के संक्रमण को फैलने से रोकने के लिए देशभर में लगे लॉकडाउन के दौरान राज्य के बाहर रह रहे बड़ी संख्या में अप्रवासी मजदूर के आने का सिलसिला जारी है. वहीं, कोरोना वायरस के बढ़ते खतरे को देखते हुए सरकार ने 'ए' केटेगरी की सिटी से आने वाले सभी प्रवासियों पर विशेष नजर रखने के आदेश दिए हैं. कोरोना हॉट स्पॉट से आ रहे प्रवासियों की जांच में तेजी लाने के उदेश्य से डीएमसीएच में ट्रू नेट मशीन लगाने का निर्देश दिया गया है.
DMCH में ट्रू नेट मशीन लगने की जगह का हुआ चयन, प्राचार्य ने नए मशीन लगाने के लिए भेजा प्रस्ताव - दरभंगा मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य डॉ. एचएन झा
सरकार ने जांच की संख्या को बढ़ाने के लिए डीएमसी में ट्रू नेट मशीन लगाने का निर्देश दिया है. जिससे कि ज्यादा से ज्यादा मरीजों की जांच रिपोर्ट आ सके. सरकार के निर्देश पर दरभंगा मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य डॉ. एचएन झा ने प्रशासनिक भवन के पहले फ्लोर पर ट्रू नेट लगाने के लिए कमरे का चयन किया है.
सात जिलों के नमूने की होती है जांच
मधेपुरा, सहरसा, सुपौल, किशनगंज, कटिहार, अररिया और दरभंगा जिलों में हॉट स्पॉट से प्रवासी मजदूरों के घर लौटने से दरभंगा मेडिकल कॉलेज के मॉइक्रोबायोलॉजी विभाग पर काम का बोझ काफी बढ़ गया है. जिसकी वजह से जांच रिपोर्ट जारी करने में देरी हो रही है. जिसको देखते हुए सरकार ने जांच की संख्या को बढ़ाने के लिए डीएमसी में ट्रू नेट मशीन लगाने का निर्देश दिया है. जिससे कि ज्यादा से ज्यादा मरीजों की जांच रिपोर्ट आ सके.
मशीन लगने के बाद कोरोना जांच की संख्या में होगा इजाफा
सरकार के निर्देश पर दरभंगा मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य डॉ. एचएन झा ने प्रशासनिक भवन के पहले फ्लोर पर ट्रू नेट लगाने के लिए कमरे का चयन करते हुए, इसकी सूचना सरकार को दे दी गई है. वहीं, प्राचार्य ने बताया कि कमरे को बायो सेफ्टी कैबिनेट, हाई स्पीड एग्जॉस्ट फैन सहित अन्य उपकरण स्थापित करने के लिए सरकार को मांग पत्र लिखा गया है. साथ ही उन्होंने कहा कि ट्रू नेट मशीन लगने के बाद कोरोना जांच की संख्या में इजाफा होगा.