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दरभंगा: लाभुकों के खाते में राशि भेजने की प्रक्रिया पूरी, बाढ़ पीड़ित आसानी से निकाल सकेंगे रुपये

आपदा प्रबंधन विभाग के संपूर्त्ति पोर्टल पर बाढ़ प्रभावित प्रखंडों के लाभार्थियों की सूची पूर्व में ही अपलोड कर दी गई है, जिसके कारण दरभंगा जिले के बाढ़ पीड़ितों को तुरंत नकद राशि का भुगतान संभव हो पा रहा है.

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Published : Aug 2, 2020, 10:11 PM IST

दरभंगा:बिहार में बाढ़ से हाहाकार मचा हुआ है. दरभंगा जिला भी इससे अछूता नहीं है. हालांकि यहां प्रशासन की तरफ से लोगों को उचिच सुविधा मुहैया कराई जा रही है. इस क्रम में डीएम डॉ. त्यागराजन ने बताया कि जिले के कुल 2 लाख 37 हजार 810 बाढ़ प्रभावित परिवारों को प्रति परिवार 6000 रुपये की दर से कुल 142 करोड़ 68 लाख 60 हजार रुपये पीएफएमएस के माध्यम से उनके खाते में भेजने के लिए आपदा विभाग को पोर्टल के माध्यम से अग्रसारित कर दिया गया है.

साथ ही डीएम डॉ. त्यागराजन ने बताया कि बिहार के बाढ़ प्रभावित जिलों में दरभंगा जिले ने सर्वाधिक 1.97 लाख लाभुकों के खाते में राशि भेजकर पहला स्थान बनाया है. यहां के लोगोंं को समय पर सहायता राशि प्रदान की गई है.

लाभुकों को राशि भेजने में प्रथम स्थान पर दरभंगा
वहीं, जिलाधिकारीडॉ. त्यागराजन ने कहा की नोडल पदाधिकारी जिला आईटी कोषांग ने बताया कि बाढ़ से प्रभावित बहादुरपुर अंचल के 11 पंचायत के 15 हजार 70 पीड़ित परिवार, सदर अंचल के 15 पंचायतों के 28 हजार 308, हनुमाननगर अंचल के 14 पंचायतों के 12 हजार 740, हायाघाट अंचल के 5 पंचायत के 01 हजार 622, केवटी अंचल के 26 पंचायत के 48 हजार 553, सिंहवाड़ा अंचल के 25 पंचायत के 42 हजार 618, घनश्यामपुर अंचल के 2 पंचायत 01 हजार 515, गौड़ाबौराम अंचल के 13 पंचायत के 13 हजार 771, किरतपुर अंचल के 8 पंचायत के 18 हजार 835, कुशेश्वरस्थान अंचल के 14 पंचायत के 26 हजार 613 एवं कुशेश्वरस्थान पूर्वी अंचल के 10 पंचायत के 28 हजार 165 को पीएफएमएस के द्वारा नकद सहायता राशि भेजी गई है.

2.37लाख लाभुकों को राशि भेजने की प्रक्रिया पूर्ण
डीएम डॉ. त्यागराजन ने बताया कि 2 लाख 37 हजार 810 लाभुकों के खाते में राशि भेजने की प्रक्रिया पूर्ण कर ली गई है. एक से दो दिनों के अंदर सभी बाढ़ प्रभावित लाभुकों के खाते में राशि पीएफएमएस प्रणाली से भेज दी जाएगी. उन्होंने कहा कि पीएफएमएस प्रणाली से राशि लाभार्थी के खाते में जमा होती है. इसके लिए किसी को भी बैंक का चक्कर लगाने की जरूरत नहीं पड़ती है. इसका सबसे बड़ा फायदा यह है कि लाभुक किसी भी प्रकार के बिचौलियों के चंगुल में जाने से बच जाते हैं.

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