दरभंगाः बिहार विधानसभा चुनाव से पूर्व मोदी कैबिनेट ने एम्स निर्माण को लेकर हरी झंडी दिखाई है. जिसको लेकर जिलेवासियों के बीच खुशी की लहर है. मालूम हो कि 1 हजार 264 करोड़ की लागत से दरभंगा एम्स का बनेगा. इसके लिए 48 महीनों का लक्ष्य रखा गया है. पिछले दिनों ही वित्त मंत्रालय ने एम्स निर्माण में आने वाली लागत को हरी झंडी दे दी थी. प्राइमरी रिपोर्ट के अनुसार दरभंगा एम्स 750 बेड का होगा.
'दरभंगा AIIMS को लेकर मिथिलांचल ही नहीं, नेपाल में भी खुशी की लहर'
दरभंगा में एम्स निर्माण को मोदी कैबिनेट ने हरी झंडी दे दी है. जिसके बाद से मिथिलावासी और पड़ोसी देश नेपाल के लोग बहुत खुश हैं. 1 हजार 264 करोड़ की लागत से दरभंगा एम्स के निर्माण कार्य को 48 महीनों में पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है.
आजादी के बाद मिथिला व उत्तर बिहार के लोगों के लिए है बड़ी सौगात
वहीं बीजेपी के प्रदेश प्रेस पैनल सदस्य सह जाले विधानसभा के भाजपा विधायक जीवेश मिश्रा ने खुशी जाहिर करते हुए कहा कि दरभंगा में एम्स बनने से समस्त मिथिलावासियों के लिए वरदान साबित होगा. आजादी के बाद मिथिला और उत्तर बिहार के लोगों के लिए यह बहुत बड़ी सौगात है. जिसका लाभ पीढ़ी दर पीढ़ी पिछला क्षेत्र के लोगों को मिलता रहेगा. उन्होंने कहा कि दरभंगा एम्स, दरभंगा सहित समस्त मिथिला के सर्वांगीण विकास में मील का पत्थर साबित होगा.
मिथिला के सर्वांगीण विकास में होगा मील का पत्थर साबित
वहीं जीवेश मिश्रा ने कहा कि हवाई सेवा और एम्स के निर्माण होने से मिथिला क्षेत्र में क्रांतिकारी परिवर्तन होगा और बड़ी संख्या में रोजगार का सृजन होगा. जिससे लाखों लोगों को रोजगार मिलेगा. उन्होंने कहा कि दरभंगा में एम्स निर्माण हो जाने से दरभंगा सहित उत्तर बिहार के 22 जिले और पड़ोसी देश नेपाल के 14 जिले के लोग लाभान्वित होंगे. उन्होंने कहा कि हमारा विधानसभा लगभग नेपाल बॉर्डर से सटा हुआ है और आज कई लोगों से बात हुई है, तो वहां भी एम्स के निर्माण को लेकर उत्सवी माहौल है.