दरभंगा: जिले में कोसी, कमला और बागमती नदी में आए उफान ने लाखों लोगों को बेघर कर दिया है. बाढ़ के चलते लोगों के सामने रोजगार की समस्या खड़ी हो गई है. चारों तरफ पानी होने के कारण इन्हें काम भी नहीं मिल पा रहा है. इन सभी समस्याओं को ध्यान में रखते हुए सरकार की ओर से इनके खाते में 6 हजार रूपये सहायता राशि भेजी जा रही है.
दरभंगा जिले का चार प्रखंड बाढ़ की मार झेल रहा है. अभी भी कई ऐसे गांव है, जो चारों तरफ से बाढ़ के पानी से घिरे हुए हैं. इनमें कोठिया और बलुआही गांव शामिल है. यहां अभी भी 3 से 5 फीट पानी लगा हुआ है. लोग अपनी जान बचाकर किसी तरह गीदड़गंज तटबंध पर अपना आशियाना बनाये हुए हैं. लोगों का काफी सामान घर के अंदर फंसा हुआ है, जिसे देखने के लिए वो अपनी जान जोखिम में डालकर पानी में आते जाते हैं.
दरभंगा में बाढ़ का दंश झेल रहे ग्रामीण बाढ़ से जिंदगी बेहाल
तटबंध पर अपने परिवार के साथ शरण लिए बाढ़ पीड़ितों का कहना है कि एक तरफ बाढ़ ने उनका आशियाना उजाड़ दिया, तो दूसरी ओर उनकी मजदूरी भी छीन ली है. बाढ़ के चलते उन्हें कई दिनों से काम भी नहीं मिला है. इस विपत्ति की घड़ी में सामुदायिक किचन की बदौलत उनके परिवारों का पेट भर पा रहा है.
लोगों ने तटबंध पर ली शरण
पीड़ितों का कहना है कि सरकार की तरफ से जो उन्हें पॉलिथीन दी गई है वह सिर छिपाने के लिए पर्याप्त नहीं है. रोजगार नहीं मिलने के कारण पूरे परिवार को काफी मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है. ये बाढ़ पीड़ित गांव से पानी निकलने के इंतजार में तटबंध पर समय काट रहे हैं.
क्या कहते हैं जिलाधिकारी
मामले पर दरभंगा के जिलाधिकारी डॉ. त्यागराजन ने कहा कि हम लोग बाढ़ पीड़ितों को हर संभव संभव मदद कर रहे हैं. सामुदायिक किचन के साथ ही सभी परिवारों को 6 हजार रुपये की अनुदान राशि भी उनके खाते में दी जा रही है. त्यागराजन के कहा कि हम लोगों का प्रयास है कि सभी बाढ़ पीड़ितों को जल्द से जल्द अनुदान राशि मिल जाए, ताकि कुछ दिनों के लिए वो लोग अपनी स्थिति को संभाल सकें.