दरभंगा: इस समय पूरा बिहार जल संकट से जूझ रहा है. इस भीषण गर्मी में घर से बाहर निकलते ही प्यास लगने लगती है. जिसके बाद लोग पानी की तलाश शुरू कर देते हैं. इससे छुटकारा दिलाने के लिए प्रशासन ने एक पहल की है.
दरभंगा जिला में चल रहे जलसंकट के बीच प्रशासन ने जिलावासी को बड़ी राहत दी है. जिले में हिट वेब को ध्यान में रखते हुए चलंत वाटर एटीएम शुरू किया गया है. यह वाटर एटीएम गरीब व राहगीरों को घूम-घूम कर निःशुल्क पानी पिला कर राहत दे रहा है.
दरभंगा में चलंत वाटर एटीम आरओ सिस्टम से लैस है वाटर एटीएम
सरकार की तरफ से शुरू किए गए चलंत वाटर एटीएम की पहल पर लोग धन्यवाद दे रहे हैं. यह मशीन पूरी तरह से जर्मन टेक्नोलॉजी से निर्मित है. 500 लीटर की पानी टंकी वाला वाटर एटीएम आरओ सिस्टम से लैस है. इसका पानी पुरी तरह से शुद्ध और पीने योग्य है.
राहगीरों की प्यास बुझा रही वाटर एटीएम
जिले में जलस्तर गिरने के साथ पानी की किल्लत है. इस बात को ध्यान में रखते हुए दरभंगा को सरकार की तरफ से दो मोबाइल वाटर एटीएम दिया गया है. यह वाटर मशीन घूम-घूम कर राहगीरों की प्यास बुझा रही है. हरे बटने को दबाते ही मशीन से एक ग्लास पानी निकलता है.
पहल की तारीफ कर रहे लोग
वहीं वाटर एटीएम चालक बलिराम राय बताते हैं कि लोग जिज्ञासा से इस के बारे में पूछते हैं. लोगों को बताना पड़ता है कि सरकार की तरफ से यह सेवा फ्री में उपलब्ध करायी जा रही है. पानी पीने के बाद सरकार के इस पहल की लोग तारीफ भी करते हैं. 500 लीटर टंकी वाली मशीन का पानी लगभग तीन से चार घंटा चलता है. आवश्यकतानुसार इसमें तीन से चार बार पानी भरना पड़ता है.
हर चौराहे पर लगे वाटर एटीएम
प्यासे राहगीर भी वाटर एटीएम का पानी पीकर सरकार का धन्यवाद कर रहे हैं. राहगीर का कहना है कि यह अच्छी पहल है. इस तपती गर्मी में घर से निकलने के बाद पानी पीने के लिए भटकना पड़ता है. ऐसे में इससे प्यास बुझाकर अच्छा लगा. राहगीर सुभाष शर्मा कहते हैं कि वास्तव में यह पानी पीने योग्य है. इस तरह चलता-फिरता पानी एटीएम जिले के हर चौक चौराहे पर लगाना चाहिए ताकि भीषण जल संकट में लोगो को राहत मिल सके.
रोजाना बैठक कर रहे डीएम
वहीं दरभंगा के जिलाधिकारी डॉ त्यागराजन ने कहा कि वाटर एटीएम विशेष रूप से प्रार्थना कर मंगवायी गई है. तत्काल में 2 मोबाइल वाटर एटीएम मिला है. हमलोगों ने और भी वाटर एटीएम की मांग की है. ताकि लोगों को जल संकट के समय शुद्ध पीने का पानी उपलब्ध हो सके. जिले में जलसंकट से निपटने के लिए प्रतिदिन बैठक कर के निगरानी कर रहे हैं.