दरभंगा : जन अधिकार पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष और पूर्व सांसद पप्पू यादव (Pappu Yadav) को 32 साल पुराने अपहरण केस में मधेपुरा कोर्ट ने बरी कर दिया है. मधेपुरा से लौटने के बाद दरभंगा मेडिकल कॉलेज अस्पताल (DMCH) में पप्पू यादव ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि यूपी के लखीमपुर खीरी (Lakhimpur Kheri) में किसानों के साथ जो घटना घटी है, वो जालियांवाला बाग हत्याकांड को भी पीछे छोड़ चुकी हैं.
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पप्पू यादव ने कहा कि मैं बस इतना ही कहूंगा कि मोदी जी अगर आप संविधान और लोकतंत्र में आस्था रखते हैं, तो अविलंब आप गृह राज्य मंत्री अजय मिश्रा टेनी को बर्खास्त कीजिए. उनके बेटे आशीष पर धारा 302 के तहत मामला दर्ज करना चाहिए. मृत किसान के परिवारों को 20 लाख रुपया का मुआवजा दें. वही उन्होंने कहा कि अब तक डेढ़ हजार किसान आत्महत्या कर चुके हैं या अर्थव्यवस्था के कारण मर जा चुके हैं.
पप्पू यादव ने कहा कि संविधान और लोकतंत्र की गला घोंटा जा रहा है. कभी प्रियंका गांधी को रोकना, अखिलेश यादव को रोकना, कभी चौधरी अजीत सिंह के पुत्र को रोकना, कभी भीम आर्मी के चीफ सहित दो-दो मुख्यमंत्रियों को रोकना. क्या हम एक बार फिर दुशासन के राज में प्रवेश कर चुके हैं. क्या हिटलर से भी बड़े क्रूर शासक के राज में आ चुके हैं. क्या आम आदमी की आवाज बनना गुनाह है.
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पप्पू यादव ने कहा कि पांच महीना मैंने नरक का जीवन जीया है. कोरोना काल में रेमडेसीवर पहुंचाया. घर-घर सिलेंडर पहुंचाया, हर मां-बाप और भाई की लाश को शमशान पहुंचाया. हर गलत आदमी के खिलाफ आवाज सरकार तक पहुंचाया तो सरकार ने मुझे क्यों गिरफ्तार किया. मैं बस इतना कहूंगा कि मेरी स्थिति अच्छी नहीं है. मुझे मानसिक टेंशन हुआ है. मुझे प्रताड़ित किया गया है.
पप्पू यादव ने कहा कि हम सरकार पर मानहानी के दावा को लेकर अपने वकील से बात करेंगे. हमें बंधक बनाकर रखा गया. इस बड़ी साजिश में ऊपर से नीचे तक साजिशकर्ता हैं, उनका हम जल्द खुलासा करेंगे. हमारा संघर्ष और सेवा जनताओं को लिए जारी रहेगा. गौरतलब है कि पप्पू यादव को 32 साल पुराने अपहरण केस में पिछले करीब 4 महीने से न्यायिक हिरासत में डीएमसीएच के मेडिसिन आईसीयू में इलाजरत थे.