दरभंगा: कोविड-19 को लेकर देशभर में लगे लॉकडाउन में किसानों का भारी नुकसान हो रहा है. पान उत्पादक किसानों के सामने अब भुखमरी की समस्या खड़ी हो गई है. दुकानें बंद होने से पान की बिक्री समाप्त हो गई है. वहीं, दूसरी तरफ खपत नहीं होने के कारण पान की फसल खेतों में बर्बाद हो रही है. उन्हें कोई पूछने वाला नहीं है.
दरअसल, खेतों में लगे पत्तों को किसान तोड़ नहीं रहे हैं. ऐसे में पत्ते झड़कर नष्ट हो रहे हैं. मेहनत से तैयार पत्तों को बर्बाद होता देख किसानों की आंखों से आंसू निकल रहे हैं. ऐसे में उन्होंने सरकार से मदद की गुहार लगाई है.
250 बीघे में उगाए जाते हैं पान
लॉकडाउन के कारण पान बाजार बंद होने से पान उत्पादक किसानों के सामने विकट स्थिति उत्पन्न हो गई है. पूरे मिथिलांचल में पान का अपना एक खासा महत्व है. यहां अतिथियों का स्वागत पान के साथ किया जाता रहा है. ऐसी परंपरा वर्षों पुरानी है. जिले भर में पान की खेती लगभग 250 बीघे में की जाती है.
पान की बिक्री पर पड़ा है असर
वहीं, पान किसान ने बताया कि लॉकडाउन होने की वजह से दुकान बंद पड़े हैं, जिसके कारण पान की बिक्री पर काफी असर पड़ रहा है. पहले यहां के पान के पत्ते दरभंगा के अलावा मधुबनी, सीतामढ़ी के व्यापारी भी लेकर जाते थे, लेकिन लॉकडाउन की वजह से गाड़ियां बंद हो गई हैं. जिसके कारण व्यापारी नहीं आ रहे हैं और ना ही मार्केट में हम लोग पान के पत्ते पहुंचा पा रहे हैं.