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पुलिस के थप्पड़ मारने से 70 साल के बुजुर्ग की हुई मौत, आक्रोशित ग्रामीणों ने चौकीदार को बनाया बंधक - बुजुर्ग की मौत

घटना के बाद एसआई जय गोविंद प्रसाद मौके से भाग निकला. वहीं घटना के बाद आक्रोशीत स्थानीय लोगों ने जांचकर्ता के साथ चौकीदार को पकड़कर बंधक बना लिया.

घनश्यामपुर थाना, दरभंगा.

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Published : Aug 31, 2019, 3:15 PM IST

दरभंगा: जिले के घनश्यामपुर थाना इलाके में पुलिस की कथित पिटाई से 70 वर्षीय मोतीलाल पासवान की मौत हो गई. मामला मोतीलाल पासवान और उनके पड़ोसी बालेश्वर पासवान के बीच चल रहा विवाद था, जिसमें घन्यश्यामपुर थाना के एसआई जय गोविंद प्रसाद और चौकीदार तहकीकात के लिए मोतीलाल पासवान के घर पहुंचे थे. पूछताछ के दौरान बहस हुई, जिसके बाद एसआई जय गोविंद ने वृद्ध को जोरदार थप्पड़ जड़ दिया. इससे थोड़ी देर बाद बुजुर्ग की मौत हो गई.

घटना के बाद एसआई जय गोविंद प्रसाद मौके से भाग निकला. वहीं घटना के बाद आक्रोशीत स्थानीय लोगों ने जांचकर्ता के साथ चौकीदार को पकड़कर बंधक बना लिया. सूचना मिलने पर वरीय अधिकारियों ने घटनास्थल पर पहुंचकर लोगों को शांत कराया. घटना लगभग नौ बजे रात की है. देर रात तक घटना को लेकर आक्रोशित परिजन व ग्रामीण दोषी पुलिस अधिकारी पर हत्या का मामला दर्ज कर गिरफ्तार करने के बाद चौकीदार को मुक्त करने की बात पर अड़े हुए थे.

पुलिस की पिटाई से वृद्ध की मौत.

दो परिवारों में था विवाद
घटना के संबंध में बताया जा रहा है कि मोतीलाल पासवान और बालेश्वर पासवान के परिवारों के बीच पिछले 10 दिनों ने अनबन चल रही थी. तीन दिन पहले दोनों परिवारों के बीच गाली-गलौज व मारपीट भी हुई थी. इसे लेकर गुरुवार को दोनों पक्षों की ओर से थाने में आवेदन दिया गया. शुक्रवार को फिर से गाली-गलौज होने पर घटना की सूचना पुलिस को दी गई. सूचना पर पहुंचे पुलिसकर्मियों में से एसआई जय गोविंद प्रसाद ने मामले में पूछताछ की. पूछताछ में बहस के बाद एसआई ने वृद्ध को थप्पड़ जड़ दिया.

शव को पोस्टमार्ट के लिये भेजा गया
घटना की गंभीरता को देखते हुए एसडीएम ब्रजकिशोर लाल, एसडीपीओ दिलीप कुमार झा भी मौके पर पहुंचे और बुजुर्ग मोती पासवान के शव को पोस्टमार्टम के लिए DMCH भेज दिया. इधर मोती पासवान के पोते ने बताया कि उसके बाबा की मौत पुलिस की पिटाई से हुई है. वहीं वरीय पुलिस पदाधिकारी के सामने घटना को लेकर बयान दर्ज करवाया जा रहा है. जबकि कोई भी पदाधिकारी कैमरे पर या फोन पर भी बात करने को तैयार नहीं है. सभी जांच की बात कह रहे हैं.

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