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CM नीतीश ने केंद्रीय मंत्री को लिखी चिट्ठी, दरभंगा एयरपोर्ट का नाम बदलने की मांग - सिविल एविएशन की उड़ान योजना

इसी साल 8 नवंबर को वायुसेना के दरभंगा एयरपोर्ट से सिविल एविएशन की उड़ान योजना के तहत स्पाइस जेट ने दिल्ली, मुंबई और बेंगलुरु के लिए सीधी फ्लाइट की शुरुआत हुई. दरभंगा एयरपोर्ट पटना और गया के बाद बिहार का तीसरा एयरपोर्ट है. जहां से नियमित फ्लाइट शुरू हुई है .1962 में दरभंगा के आखिरी महाराजा सर कामेश्वर सिंह की मृत्यु के बाद दरभंगा एयरपोर्ट से उड़ानें बंद हो गई थी.

nitish kumar
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Published : Dec 23, 2020, 2:11 PM IST

पटना: दरभंगा एयरपोर्ट का नामकरण महाकवि मैथिल कोकिल विद्यापति के नाम पर करने की मांग को लेकर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने केंद्रीय नागरिक उड्डयन राज्यमंत्री हरदीप सिंह पुरी को चिट्ठी लिखी है. इस बात की जानकारी बिहार सरकार के पूर्व मंत्री संजय झा ने ट्वीट कर दी है.

मुख्यमंत्री नीतीश ने चिट्ठी में लिखा है कि, ''दरभंगा एयरपोर्ट चालू होने के बाद कम समय में ही इस एयरपोर्ट का काफी लोग प्रयोग करने लगे हैं और भविष्य में इस एयरपोर्ट के विकास की काफी संभावनाएं हैं. यदि यहां आधारभूत संरचनाओं का और विकास हो और यात्रियों के लिए मूलभूत सुविधाएं उपलब्ध कराई जाए तो शीघ्र ही यह एयरपोर्ट बड़ी संख्या में लोगों को संपर्कता प्रदान कर सकता है. दरभंगा एयरपोर्ट के विकास से जुड़े ऐसे ही कुछ बिन्दुओं की ओर मैं आपका ध्यान आकृष्ट करना चाहता हूं.''

''दरभंगा एयरपोर्ट का नाम मैथिल कोकिल कवि विद्यापति के नाम पर रखने का प्रस्ताव लंबित है. दरभंगा में 24 दिसंबर 2018 को एयरपोर्ट के शिलान्यास कार्यक्रम के दौरान मैंने दरभंगा एयरपोर्ट का नामकरण विद्यापति एयरपोर्ट करने का प्रस्ताव दिया था और कार्यक्रम में उपस्थित तत्कालीन केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री सुरेश प्रभु जी ने इस पर अपनी सहमति भी दी थी.'' - नीतीश कुमार, मुख्यमंत्री, बिहार

मुख्यमंत्री ने आगे लिखा- ''आप अवगत हैं कि विद्यापति केवल कवि मात्र नहीं थे. वह बिहार और मिथिला के लोगों के दिलों में बसते हैं. मिथिलावासियों के साथ-साथ मेरी भी भावना है कि दरभंगा एयरपोर्ट को विद्यापति एयरपोर्ट के नाम से अधिसूचित किया जाए.''

साथ ही, सीएम नीतीश ने लिखा- ''दरभंगा एयरपोर्ट को एक अंतर्राष्ट्रीय एयरपोर्ट (कार्गो सहित) के रूप में विकसित किए जाने की आवश्यकता है. इसके लिए एयरपोर्ट के विस्तार के साथ-साथ यहां रात में भी विमानों के आवागमन की सुविधा उपलब्ध कराने और जाड़े के मौसम में धुंध की वजह से कम दृश्यता की समस्या से निदान के लिए आवश्यक उपकरण अधिष्ठापित करने की जरूरत है.''

''दरभंगा एयरपोर्ट की चहारदीवारी की ऊँचाई काफी कम है और परिसर के बाहर से भी हवाई जहाज को आसानी से देखा जा सकता है. जो सुरक्षा की दृष्टिकोण से उचित नहीं है. इसलिए चहारदीवारी को वांछित ऊँचाई तक बढ़ाने के लिए प्रक्रिया अविलंब शुरू की जानी चाहिए. यदि आवश्यक समझा जाता है और केन्द्र सरकार द्वारा अनापत्ति प्रदान की जाती है, तो राज्य सरकार भी इस कार्य को कर सकती है.'' - नीतीश कुमार, मुख्यमंत्री, बिहार

92 करोड़ की लागत, 9000 फीट का रनवे
बता दें कि भारतीय वायु सेना से संबंधित दरभंगा एयरपोर्ट का 92 करोड़ की लागत से विस्तार हुआ है. एयरपोर्ट ऑथिरिटी के मुताबिक दरभंगा एयरपोर्ट का रनवे 9000 फीट का है. जिससे इसकी पटना, गया के बाद तीसरे नंबर पर एयरपोर्ट की गिनती होती है. उड़ान योजना के तहत स्पाइस जेट की फ्लाइटें उड़ान भर रही हैं.

अहमदाबाद, हैदराबाद, पुणे के लिए भी फ्लाइट
नए साल में दरभंगा हवाई अड्डा से हवाई सफर करने वाले लोगों के लिए नयी सौगात मिलने जा रही है. जनवरी से तीन नए शहरों अहमदाबाद, हैदराबाद और पुणे के लिए यहां से स्पाइसजेट की सीधी विमान सेवा शुरू हो रही है. 11 जनवरी को अहमदाबाद के लिए पहली उड़ान तो हैदराबाद और पुणे की फ्लाइट 18 जनवरी से शुरू होगी.

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