दरभंगा: भारत के पूर्व उप प्रधानमंत्री स्व. जगजीवन राम की जयंती पर ललित नारायण मिथिला विश्वविद्यालय के राजनीति शास्त्र विभाग में 'बाबू जगजीवन राम एंड ट्रांसफॉर्मिंग इंडिया' विषय पर राष्ट्रीय सेमिनार का आयोजन किया गया. सेमिनार में मुख्य अतिथि के तौर पर पूर्व केंद्रीय मंत्री और विधान पार्षद संजय पासवान ने शिरकत की. सेमिनार में ऑनलाइन और ऑफलाइन माध्यम से बड़ी संख्या में छात्र-छात्राओं ने भाग लिया.
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संजय पासवान ने कहा "बाबू जगजीवन राम बांग्लादेश के मुक्तिदाता थे. जगजीवन राम के रक्षा मंत्री रहते ही पाकिस्तानियों के बांग्लादेश के लोगों पर अत्याचार का सफाया हुआ और बांग्लादेश को आजादी मिली.
बांग्लादेश की स्वतंत्रता में पहला नाम जगजीवन राम का और उसके बाद प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी का आता है."
जगजीवन राम ने की थी जन वितरण प्रणाली की शुरुआत
"बाबू जगजीवन राम ने जो भी मंत्रालय संभाला उसे पीपल फ्रेंडली बनाया. भारत में हरित क्रांति जगजीवन राम के कृषि मंत्री रहते ही हुई थी, जिसकी वजह से भारत अनाज के मामले में आत्मनिर्भर हुआ.
जगजीवन राम ने ही भारत में जन वितरण प्रणाली की शुरुआत की थी, जिससे गरीबों को अनाज मिलता है. रेल मंत्री रहते हुए जगजीवन राम ने रेलवे से थर्ड क्लास के डिब्बों का चलन खत्म कराया और पानी पांड़े नामक एक पद भी सृजित कराया. जगजीवन राम बिहार के थे और और बिहार के लोगों ने अपनी विभूतियों को उचित सम्मान नहीं दिया है."- संजय पासवान, विधान पार्षद
ललित नारायण मिथिला विश्वविद्यालय के राजनीति शास्त्र विभाग के अध्यक्ष प्रो. जीतेंद्र नारायण ने कहा- "बाबू जगजीवन राम की जयंती के अवसर पर इस राष्ट्रीय सेमिनार का आयोजन किया गया है. इसके मुख्य अतिथि पूर्व केंद्रीय मंत्री संजय पासवान थे. ललित नारायण मिथिला विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. सुरेंद्र प्रताप सिंह के संरक्षण में कार्यक्रम आयोजित हुआ.
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