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दरभंगा के ऐतिहासिक तालाबों को बचाने में जुटा निगम प्रशासन, हो रहा सौंदर्यीकरण

दरभंगा के ऐतिहासिक तालाबों के अस्तित्व पर मडरा रहे खतरे को देखते हुए निगम प्रशासन ने बड़ी पहल की है. अब तमाम तालाबों का सौंदर्यीकरण किया जा रहा है. फिलहाल एक तालाब हरिबोल का कायाकल्प किया गया है जबकि हराही, दिग्घी, गंगासागर और लक्ष्मीसागर भी इस सूची में शामिल हैं.

ponds of darbhanga
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Published : Apr 3, 2021, 5:43 PM IST

Updated : Apr 3, 2021, 7:57 PM IST

दरभंगा: नगर निगम ने शहर के तालाबों के सौंदर्यीकरण की योजना पर काम शुरू कर दिया है. दरभंगा को तालाबों का शहर कहा जाता है. यहां हराही, दिग्घी, गंगासागर और लक्ष्मीसागर समेत कई विशाल तालाब हैं. लेकिन अब इन तालाबों के अस्तित्व पर संकट है. ऐसे में निगम ने इन तालाबों को बचाने का बीड़ा उठाते हुए ठोस कदम उठाए हैं.

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ऐतिहासिक तालाबों का सौंदर्यीकरण
शहर के तालाबों का अपना ऐतिहासिक महत्व है.इनमें से कई तालाबों का निर्माण मिथिला के कर्नाट वंश के राजाओं ने कराया था. तो कई तालाब दरभंगा राज के राजाओं ने खुदवाए थे. अब इन तालाबों को बचाने के लिए नगर निगम ने पहल बड़ी पहल की है.

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'दरभंगा में इतनी भीड़ भाड़ है कि यहां सुकून से बैठने के लिए कोई जगह नहीं है. हरिबोल तालाब के किनारे से गुजर रहे थे तो इस तालाब के सुंदर पार्क ने आकर्षित किया और यहां आकर बैठे हैं. शहर के दूसरे तालाबों को भी साफ-सुथरा बना कर वहां भी फाउंटेन लगाकर बैठने की व्यवस्था करनी चाहिए.'- रामकुमार झा, पर्यटक

खूबसूरत फव्वारे बढ़ा रहे तालाब की सुंदरता

भू-माफियाओं ने पहुंचाया नुकसान
इन तालाबों को सबसे ज्यादा नुकसान भू माफियाओं ने पहुंचाया है. अधिकतर तालाबों की जमीन भू- माफियाओं ने भरकर अवैध ढंग से बेच दी है. इसके बाद प्रशासन का ध्यान इस ओर गया और अब सब पर नकेल कसना शुरू किया गया है.

बच्चों के लिए लगाए गए झूले

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'आज शहर में हरिबोल तालाब अपनी सुंदरता के लिए उदाहरण पेश कर रहा है. कुछ समय पहले यह तालाब अतिक्रमण का शिकार था और गंदगी से पटा हुआ था. नगर निगम की ओर से आम लोगों का सहयोग लिया गया और इस तालाब की सफाई की गई. इस तालाब में फव्वारा लगाया गया है और पार्क के रूप में इसे विकसित किया गया है. शहर के दूसरे तालाबों को भी इसी तरह से सुंदर बनाकर विकसित करना चाहिए.'- मधुबाला सिन्हा, पार्षद, वार्ड 21

तालाबों में गंदगी का अंबार
भू-माफियाओं की नजर से जो तालाब बचे हैं उनमें गंदगी की भरमार है. आलम यह है कि तालाब के पास से बदबू की वजह से लोगों का चलना भी दूभर है. इसकी वजह से शहर में भीषण जल संकट उत्पन्न होता है. अब दरभंगा नगर निगम इन तालाबों के अस्तित्व को बचाने के लिए आगे आया है. नगर निगम ने तालाबों की सफाई कर उनका सौंदर्यीकरण कराना शुरू कर दिया है.

तालाब के सौंदर्यीकरण के साथ ही पार्क भी किया गया है निर्माण

'दरभंगा को तालाबों का शहर कहा जाता है. तालाबों का अस्तित्व आज खतरे में है और उन्हें बचाने की कोशिश की जा रही है. तालाबों के अस्तित्व पर संकट होने से शहर में जल संकट उत्पन्न होता है, इसलिए इन्हें बचाने का अभियान चलाया जा रहा है. फिलहाल हरिबोल तालाब को साफ सुथरा बनाकर उसमें फाउंटेन लगाया गया है. साथ ही उसके किनारे सुंदर पार्क के रूप में विकसित किया गया है. इस तालाब में ओपन जिम बनाने की भी योजना है.'- मनेश कुमार मीणा, आयुक्त, दरभंगा नगर निगम

हरिबोल तालाब के पास शौचालय का भी इंतजाम

हरिबोल तालाब की लौटी रौनक
वार्ड 21 में स्थित हरिबोल तालाब का सौंदर्यीकरण किया गया है. तालाब में खूबसूरत फव्वारे लगाए गए हैं और वहां फूल पौधे लगाकर पार्क का स्वरूप दिया गया है. इस तालाब के किनारे लोगों के बैठने के लिए सीमेंट के बेंच बनाए गए हैं. साथ ही बच्चों के मनोरंजन के लिए झूले भी लगाए गए हैं. तालाब के किनारे स्वच्छता से संबंधित नारे लिखे गए हैं.

तस्वीरों में देखें-दरभंगा नगर निगम की कोशिश रंग लाई, जहां थी गंदगी अब बन गया पार्क

Last Updated : Apr 3, 2021, 7:57 PM IST

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