दरभंगा : अपने बीमार पिता को साइकिल पर बिठा कर गुरुग्राम से दरभंगा तक लाने वाली बहादुर बेटी ज्योति को बिहार सरकार के योजना एवं विकास विभाग के मंत्री सह दरभंगा जिले के प्रभारी मंत्री महेश्वर हजारी ने सोमवार को सम्मानित किया. उन्होंने ज्योति को 51 हजार 1 रुपये नकद दिए और उसकी इंटर तक की अच्छी से अच्छी पढ़ाई का सारा खर्च उठाने की घोषणा की. इस सम्मान को पाकर ज्योति बेहद भावुक हो उठी और वह फफक-फफक कर रो पड़ी. वहीं ज्योति ने पढ़-लिख कर कुछ बनने का वादा किया.
दरभंगा : मंत्री महेश्वर हजारी ने बहादुर बेटी ज्योति को किया सम्मानित, छलक पड़े आंसू
बिहार सरकार के मंत्री महेश्वर हजारी ने कहा कि लॉकडाउन की विषम परिस्थिति में श्रवण कुमार की तरह ज्योति ने अपने बीमार पिता को गुरुग्राम से साइकिल पर बिठा कर दरभंगा लाने की जो हिम्मत दिखाई उसकी जितनी भी तारीफ की जाए वह कम है. उसकी हिम्मत की अमेरिका तक में चर्चा हुई.
'बिहार और देश का नाम रोशन करेगी'
बिहार सरकार के मंत्री महेश्वर हजारी ने कहा कि लॉकडाउन की विषम परिस्थिति में श्रवण कुमार की तरह ज्योति ने अपने बीमार पिता को गुरुग्राम से साइकिल पर बिठा कर दरभंगा लाने की जो हिम्मत दिखाई उसकी जितनी भी तारीफ की जाए वह कम है. उसकी हिम्मत की अमेरिका तक में चर्चा हुई. उन्होंने कहा कि इस बेटी ने पूरी दुनिया में मिथिलांचल और बिहार का मान बढ़ाया है. उन्होंने कहा कि इस बेटी को इंटर तक बेहतर से बेहतर स्कूल में पढ़ाने का वे सारा खर्च उठाएंगे. उन्हें विश्वास है कि ज्योति आगे भी बहुत मेहनत करेगी और पढ़-लिखकर बिहार और देश का नाम रोशन करेगी.
पढ़ाई का सारा खर्च उठाने का किया वादा
ज्योति कुमारी ने कहा कि उसे विश्वास नहीं था कि मंत्री जी उसके घर आएंगे. आज वो बहुत भावुक है. मंत्री जी ने उसे पैसे दिए हैं और उसकी पढ़ाई का सारा खर्च उठाने का वादा किया है. वह भी वादा करती है कि खूब मेहनत से पढ़ाई करेगी. मंत्री जी की इच्छा पूरी करेगी और एक दिन कुछ बन कर दिखाएगी.