दरभंगा: कोरोना वायरस के खौफ ने निकाह-शादी की परंपरा काे ही बदलकर रख दिया है. परंपरा यह रही है कि निकाह-शादी के लिए लड़के वाले बारात लेकर लड़की के घर पहुंचते हैं. लेकिन कोरोना वायरस के संक्रमण को रोकने के उदेश्य से सरकार की ओर से लगाए गए लॉक डाउन के कारण एक परिवार ने परंपरा काे ताेड़ते हुए लड़की के पिता खुद लड़की को लेकर लड़के के घर पहुंच गए. इसके बाद मुस्लिम रीति रिवाज के अनुसार गांव के मस्जिद में ही दोनों की निकाह कराई गई.
दरअसल दरभंगा के बहादुरपुर प्रखंड की जलवार पंचायत के मुखिया फैजान अहमद के छोटे भाई इंजीनियर गुमरान अहमद की 29 मार्च को मधुबनी जिले के ठठुआ गांव के मो. मुस्तफा की पुत्री डॉ. जौहत परवीन से निकाह तय की गई थी. इसी बीच कोरोना वायरस संक्रमण को देखते हुए सरकार ने 21 दिन के लिए लॉक डाउन कर दिया. लॉक डाउन को देखते हुए लड़का और लड़की पक्ष दोनों की बिन बारात निकाह की सहमति बना लिए. लड़के पक्ष ने अपने गांव में आदर्श निकाह के लिए बुलाया. इसके बाद लड़की के पिता अपनी बेटी को लेकर लड़के के घर पहुंचकर बेटी का निकाह कराया.
कोरोना Effect :- बेटी को लेकर दुल्हे के घर पहुंचे पिता, कराया निकाह - lock down in darbhanga
कोरोना वायरस के कारण सारा काम पड़ गया है. शादी-निकाह की तारीखें आगे बढ़ने लगी है. लेकिन दरभंगा में लड़की के पिता अपनी बेटी को लेकर लडके के घर पहुंटकर दोोनं की निकाह करा दी. लोग इस निकाह को आदर्श निकाह मान रहे हैं.
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लड़की के पिता ने दी जानकारी
लड़की के पिता मो. मुस्तफा ने बताया कि कोरोना वायरस के बढ़ते संक्रमण को देखते हुए तय हुआ कि लड़की को लड़के के घर लेकर जाकर ही निकाह कराई जाए. यही पर दोनों का निकाह कर दिया जाएगा. उन्होंने कहा कि इसके बाद हम अपनी बेटी को लेकर लड़के के घर पहुंच गाए और बिना रिश्तेदार को बुलाए ही बेटी का निकाह कराया. बता दें कि ये निकाह आदर्श विवाह के रूप में किया है.
Last Updated : Mar 31, 2020, 2:14 PM IST