दरभंगा: महाराष्ट्र के नंदूरवाड़ में फंसे 872 मदरसा छात्रों को लेकर ट्रेन बुधवार को दरभंगा पहुंची. इस ट्रेन से दरभंगा के अलावा मधुबनी, सीतामढ़ी, शिवहर, पूर्वी चंपारण और पश्चिमी चंपारण समेत कई जिलों के छात्र बिहार पहुंचे. सभी के चेहरे पर अपने घर पहुंचने की खुशी के भाव दिखे.
ट्रेन से उतरने के बाद इन छात्रों की स्क्रीनिंग की गई और इन्हें सेनेटाइज किया गया. उसके बाद भोजन-पानी देकर सोशल डिस्टेंसिंग बनाते हुए बसों पर बिठा कर अपने-अपने जिलों के लिए रवाना कर दिया गया. इन्हें इनके घरों में होम क्वॉरेंटाइन में रहने को कहा गया है.
क्या कहते हैं छात्र?
ट्रेन के आगमन पर स्टेशन परिसर और प्लेटफॉर्म पर सुरक्षा की व्यापक व्यवस्था की गई थी. एडीएम विभूति नारायण चौधरी और सिटी एसपी योगेंद्र कुमार खुद सुरक्षा की कमान संभाल रहे थे. एक छात्र मो. कलीमुद्दीन ने बताया कि ट्रेन में आने में कोई दिक्कत नहीं हुई न ही किराया वसूला गया है. ट्रेन में खाने-पीने की भी अच्छी व्यवस्था की गई थी. सफर आरामदायक रहा. वहीं, दूसरे छात्र मो. असरार ने बताया कि लॉकडाउन की वजह से फंसे होने के कारण उन लोगों को काफी दिक्कत हो रही थी. यहां आकर राहत महसूस कर रहा हूं.
स्टेशन परिसर में जवान तैनात
एडीएम विभूति नारायण चौधरी ने बताया कि महाराष्ट्र के नंदूरवाड़ से ये ट्रेन 872 छात्रों को लेकर पहुंची है. इसमें बिहार के कई जिलों के मदरसा छात्र हैं. इनकी स्क्रीनिंग की गई है और सेनेटाइज किया गया है. घर पहुंचने पर होम क्वॉरेंटाइन का निर्देश दिया गया है. वहीं, सिटी एसपी योगेंद्र कुमार ने बताया कि छात्रों की बसों को पुलिस बल स्कॉट करके ले जा रहे हैं. स्टेशन परिसर में जीआरपी और आरपीएफ के जवानों के अलावा जिला पुलिस बल के जवान भी तैनात किए गए हैं. स्टेशन परिसर में सोशल डिस्टेंसिंग बनाए रखने के लिए जिला पुलिस बल के जवान तैनात किए गए हैं.