दरभंगा :नववर्ष के आगमन को पूरी दुनिया हर्ष और उल्लास के साथ स्वागत कर भगवान से प्रार्थना कर रहे हैं कि इस वर्ष किसी प्रकार की कठिनाई न हो. इसी कड़ी में दरभंगा राज परिसर स्थित मनोकामना मंदिर के बाहर इंसान और पशुओं का अनोखा प्रेम देखने को मिला. यहां सड़क के किनारे बैठे बुजुर्ग महिला के पीछे एक बंदर बैठकर महिला के बालों से जू निकालता दिखा. इस दौरान बंदर इतना मित्रवत रहा कि उसने आसपास खड़े लोगों को कोई नुकसान भी नहीं पहुंचाया. इस अद्भुत नजारे को देखने के लिए धीरे-धीरे श्रद्धालुओं की भीड़ लग गई और कहने लगे कि यह दृश्य इंसान और पशुओं का अनोखा प्रेम को दर्शाता है.
मंदिर में ये नजारा देख श्रद्धालुओं ने जोड़ लिए हाथ, बताया इसे इंसान और जानवरों का अनोखा प्रेम
दरभंगा राज परिसर स्थित मनोकामना मंदिर में एक अनोखा दृश्य देखने को मिला. यहां एक बंदर बुजुर्ग महिला के साथ इतना मित्रवत दिखा कि लोगों की भीड़ लग गई. पढ़ें पूरी खबर...
वहीं इस दृश्य को देख मोहन कुमार ने कहा कि समाज के लोगों को यह दृश्य एक सीख देता है कि पशु और इंसान में गहरा संबंध रहा है. वहीं उन्होंने कहा कि आप देख रहे हैं कि एक बुजुर्ग महिला यहां बैठी हुई है और एक बंदर पीछे से उनके बाल से जू निकालकर रहा है. यह दृश्य इंसान को बहुत बड़ा संदेश दे रहा है कि हम जहां भी रहे अपने आसपास के लोगों के साथ अच्छे संबंध बना रखें. ताकि समाज में भाईचारा बना रहे. वहीं, उन्होंने कहा कि आज के दौर में समाज के लिए यह बहुत बड़ी सीख है.
'पहली बार देखा इंसान के साथ इतना प्यार'
वहीं, विशंभर कुमार ने कहा कि बहुत ही आश्चर्य लग रहा है कि एक बंदर महिला के बाल से जू निकाल रहा है. इस प्रकार का दृश्य हमने अपनी जिंदगी में पहली बार देखा है. इससे पहले हमने बंदर के द्वारा प्रसाद व अन्य चीजों को छीनकर खाते हुए देखा है. लेकिन किसी इंसान के साथ इतना प्यार पहली बार देख रहा हूं. वहीं उन्होंने कहा कि अगर हम पशु से प्रेम करते हैं तो उसके बदले हमें उससे भी प्यार मिलता है. यह दृश्य उसी चीज को दर्शा रहा है.