दरभंगा: कोरोना महामारी की वजह से पिछले 9 महीनों से बंद पड़े हाई स्कूलों में सोमवार से पढ़ाई शुरू हो गई है. बिहार सरकार ने कोरोना की गाइडलाइन का सख्ती से पालन करते हुए स्कूल संचालन की अनुमति दी थी. लेकिन दरभंगा के स्कूलों में इस गाइडलाइन की धज्जियां उड़ती देखी गई है. दरभंगा के राज हाई स्कूल में पहले दिन इक्के-दुक्के छात्र ही क्लास करने पहुंचे थे.
जहां स्कूल प्रबंधन की ओर से कोरोना गाइडलाइन को लेकर किसी भी तरह का इंतजाम नहीं किया गया था. स्कूल प्रबंधन की ओर से न तो कक्षाओं का सैनिटाइजेशन किया था और ना ही छात्रों के बीच मास्क का वितर किया गया था. स्कूल पहुंचे छात्र बिना सफाई के गंदे क्लास रूम में बिना किसी सोशल डिस्टेंसिंग के बैठे नजर आए और तो और छात्रों और शिक्षकों में से किसी ने मास्क नहीं पहना था.
स्कूल में गाइडलाइन का नहीं हो रहा अनुपालन प्रधानाचार्य ने किया दावा
वहीं, ईटीवी भारत की टीम ने जब राज हाई स्कूल पहुंचकर क्लास रूम का जायजा लिया तब स्कूल प्रबंधन की पोल खुल गई और आनन-फानन में छात्रों और शिक्षकों को मास्क उपलब्ध कराया गया. शिक्षकों से जब बिना मास्क के क्लास में आने पर सवाल किया गया तो वे बगले हांकते नजर आए. हालांकि प्रधानाचार्य ने दावा किया कि उन्होंने एक दिन पहले क्लासरूम का सैनिटाइजेशन कराया है.
बिना मास्क के क्लास में नजर आए छात्र बच्चों ने की सफाई
'वह घर से मास्क पहनकर नहीं आया था और स्कूल में भी उसे मास्क नहीं दिया गया था. बिना क्लास की सफाई की एक गंदे बेंच पर सभी को बैठा दिया गया था. बाद में उन लोगों को मास्क उपलब्ध कराया गया. उन लोगों ने क्लास रूम और बेंच की सफाई खुद की और तब जाकर बैठे.' -मोहम्मद यूसुफ, छात्र
स्कूल पहुंचे 20 से 25 छात्र
'मैने एक दिन पहले क्लासरूम का सैनिटाइजेशन कराया था. किस वजह से क्लासरूम में बेंच पर धूल जमी है इसके बारे में पता करेंगे. पहले दिन महज 20- 25 बच्चे ही स्कूल आए हैं. जहां सभी बच्चों को मास्क उपलब्द कराया गया है.'- मिथिलेश कुमार, प्रधानाचार्य
बिना मास्क के क्लास में नजर आए शिक्षक बदइंतजामी के बीच खुला स्कूल
वहीं, कक्षा 9 में अंग्रेजी विषय पढ़ा रहे शिक्षक अरशद अहमद ने कहा उन्हें नहीं मालूम है कि क्लास रूम का सैनिटाइजेशन कराया गया है या नहीं. उन्होंने स्वीकार किया कि बाद में बच्चों को मास्क दिया गया है और सफाई में भी कमी है. ईटीवी भारत ने जब उनसे पूछा कि बिना मास्क के वे खुद क्लास क्यों ले रहे थे तो उनके पास इस सवाल का कोई जवाब नहीं था. हालांकि, इस सवाल पर कि ईटीवी भारत के पास उनके स्कूल की बदइंतजामी का पूरा वीडियो मौजूद है, वे कुछ भी जवाब नहीं दे पाए.