दरभंगा:दरभंगा महाराज ने अपनी पत्नी की याद में सन 1942 में अनाथालय बनवाया था. जिसके लिए उन्होंने दरभंगा में 5 एकड़ भूमि आवंटित भी की थी. महाराज की पत्नी की याद में बना यह अनाथालय कभी देश के बड़े अनाथालयों में भी शुमार रहा था. लेकिन इसकी स्थिति बद से बदतर होती चली गई. बिहार निःशक्तता आयुक्त ने कहा कि विभाग ने अनाथालय के जीर्णोद्धार की अनुमति दे दी है. जल्द ही पुअर होम एक बहुमंजिला इमारत में तब्दील होगी.
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मुगल बादशाह ने ताजमहल बनाया, दरभंगा महाराज ने अनाथालय :मुगल बादशाह शाहजहां ने अपनी सबसे प्रिय बेगम मुमताज की याद में कभी ताजमहल बनावाया था और दरभंगा महाराज ने अपनी पत्नी की याद में अनाथालय की नींव रखी. बादशाह ने जहां अपने प्यार की निशानी महज एक इमारत बना कर सीमित कर दी. तो वहीं, महाराज ने अनाथालय बनाकर कई यतीमों के भविष्य को संवार दिया. आज इस अनाथालय में पले-बढ़े बच्चे आज अपने पैरों पर खड़े हो गए हैं. लेकिन अनाथालय सराकारी उदासीनता के चलते दिनों-दिन बदहाल होता गया.