पटना: पग-पग पोखर माछ मखान, इ थीक मिथिलाक पहचान. यानी पान, मखान और माछ (मछली) मिथिला की पहचान और शान है. इसमें एक नाम और जुड़ गया है दरभंगा एयरपोर्ट. ऐसे में बिहार के दरभंगा एयरपोर्ट पर आनेवाले सैलानी और यात्री अब मिथिला की कलाओं (Glimpse of Mithila Art seen at Darbhanga Airport) से रूबरू हो सकेंगे.
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बिहार की मिथिला पेंटिंग है बेहद खास :बिहार सरकार के मंत्री संजय झा ने बताया कि दरभंगा एयरपोर्ट के मुख्य द्वार पर मिथिला आर्ट (Mithila Art) से जुड़ी 10 शिलापट्ट लगाए जा रहे हैं. इनमें से सात शिलापट्ट पर माता सीता की जीवन से जुड़ी झांकी को दर्शाया गया है. जिसमें माता सीता का जन्म, विवाह, पंचमी, अग्नी, परीक्षा, डोली, कहार शामिल हैं. बाकी तीन शिलापट्ट पर कृष्ण-सुदामा. राधा-कृष्ण और कवि विद्यापति की झांकी के माध्यम से उनकी जीवनी दर्शायी जाएगी. साथ ही इन शिलापट्ट पर पौधारोपण भी किया जा रहा है.
''दरभंगा एयरपोर्ट पर लगाए जा रहे 10 शिलापट्ट के माध्यम से सैलानियों और यात्रियों को मिथिला की कला से रूबरू कराना हमारा मकसद है. साथ ही दूसरे देशों तक इन कलाओँ को पहुंचाना है.''- संजय कुमार झा, जल संसाधन और सूचना एवं जनसंपर्क मंत्री
95 मीटर गैप में नए बांध का निर्माण :इससे पहले सूचना एवं जनसंपर्क मंत्री संजय झा ने दरभंगा एयरपोर्ट की सुरक्षा, रख रखाव और शिलापट्ट से जुड़े कार्यों का निरीक्षण किया. इस दौरान मंत्री ने अधिकारियों को जल्द से जल्द कार्यों को पूरा करने के निर्देश दिए. इसी के साथ संजय झा ने बताया कि रिंग बांध का काम जल्द पूरा होगा. इसके लिए 75 मीटर गैंप में नए बांध का निर्माण किया गया है.