दरभंगा : बिहार के दरभंगा (Darbhanga) जिले के ग्रामीण क्षेत्रों में बाढ़ का खतरा मंडराने लगा है. जिले में लगातार हो रही बारिश के चलते नदियों के जलस्तर में हुई वृद्धि के कारण सिहवारा प्रखंड के रामपुर पंचायत के रामपुर गांव में आने जाने वाले रास्ते पर बाढ़ का पानी आ गया है. जिसके कारण गांव में रह रहे लोगों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. वहीं बाढ़ (Flood in Darbhanga) का पानी गांव के कुछ लोगों के घर के अंदर अपना पांव पसार चुका है. जिसके दहशत से लोग अपने घरों को छोड़कर मध्य विद्यालय रामपुरा में शरण लिए हुए है.
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आवागमन में परेशानी
वहीं स्थानीय लोगों का कहना है कि सड़क पर बाढ़ का पानी चढ़ जाने के कारण हमलोगों आने जाने में काफी परेशानी हो रही है, लोग अपनी जान को जोखिम में डालकर बाढ़ की तेज धारा को पार करते है. लेकिन प्रशासनिक स्तर पर हमलोगों को किसी प्रकार की सुविधा नहीं मिली हैं लोग अपने भरोसे पर जी रहे हैं. अचानक पानी आ जाने के कारण घर के अंदर रखे खाने पीने का सभी सामान बाढ़ के पानी के भेंट चढ़ गया है.
'सड़क पर बाढ़ का पानी बहे जाने की सूचना मिली है. अंचलाधिकारी के साथ हमारी लगातार बातचीत चल रही है. जिन लोगों के घर में पानी प्रवेश कर चुका है, उन लोगों को उत्क्रमित मध्य विद्यालय रामपुरा में रहने की व्यवस्था की गई है. बाकी मूलभूत सुविधा विस्थापित परिवारों को जल्द से जल्द मुहैया करवाया जाएगा.':- रवि रंजन कुमार, सिहवारा प्रखंड प्रखंड विकास पदाधिकारी
रामपुर पंचायत में सड़कों पर बह रहा बाढ़ का पानी ये भी पढ़ें- बिहार की नदियां उफान पर, कई गावों में घुसा बाढ़ का पानी
बाढ़ से भारी तबाही
बता दें कि बिहार में हर साल बाढ़ से भारी तबाही होती है. जिससे लाखों लोग प्रभावित होते हैं. कई लोगों के घर बाढ़ में बह जाते हैं तो कई लोगों को जान से हाथ धोना पड़ता है.अब स्थिति यह है कि राष्ट्रीय स्तर पर बिहार में बाढ़ प्रभावित इलाके भले ही कम हो लेकिन बाढ़ से होने वाली तबाही सबसे ज्यादा है. पिछले 42 साल से बिहार की बड़ी आबादी के लिए कहर बना है. इसमें एक बड़ा योगदान नेपाल से आने वाल पानी का है.जिसकी वजह से कोसी, कमला, बागमती, गंडक, महानंदा और गंगा मानसून के समय बेहद खतरनाक रूप ले लेती हैं. इस दौरान बिहार के आधे से ज्यादा जिले बुरी तरह प्रभावित होते हैं. इसमें ना सिर्फ लोगों के जानमाल बल्कि खेती का भी बड़ा नुकसान होता है.
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