दरभंगाः बाढ़ की राजधानी के नाम से प्रसिद्ध कुशेश्वरस्थान प्रखंड साल के 6 महीने बाढ़ से प्रभावित रहती है. इस दौरान सरकारी व्यवस्था मिलने के बावजूद भी विस्थापित परिवारों की खाने पीने की समस्या बनी रहती है. जिसको देखते हुए कुशेश्वरस्थान पूर्वी प्रखंड स्थित केवटगामा पंचायत के मुखिया आलोक कुमार ने युवाओं के साथ मिलकर भिक्षाटन किया.
'लोग गैस पर नहीं बनाते खाना'
मुखिया ने बाढ़ पीड़ितों के बीच सूखा राशन का वितरण किया. आलोक कुमार ने कहा कि सरकार की तरफ से प्रत्येक परिवार को 6 हजार की राशि दी गई है, लेकिन समस्या यह है की उज्ज्वला योजना का लाभ मिलने के बावजूद लोग गैस पर खाना नहीं बनाते हैं.
व्यवसायियों से भिक्षाटन
आलोक कुमार ने कहा कि भोजन बनाने के लिए लोगों ने जो लकड़ी इत्यादि की व्यवस्था की थी, वह बाढ़ के पानी में बह गया. जिससे इन्हें खाना बनाने में काफी परेशानी हो रही है. इसे देखते हुए हम पंचायत के कुछ युवा साथी के साथ कुशेश्वरस्थान बाजार में व्यवसाइयों से भिक्षाटन कर रहे हैं. मुखिया ने कहा कि उम्मीद है कि इस आपदा की घड़ी में उनका सहयोग हमलोगों को लगातार मिलता रहेगा.
बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में सरकारी मदद
गौरतलब है की नदियों के जलस्तर में हुए वृद्धि के कारण जिले के 15 प्रखंड के 227 पंचायत बाढ़ प्रभावित हैं. जिसमें से 181 पंचायत पूर्णतः एवं 46 पंचायत अंशतः प्रभावित हैं. वही बाढ़ से जिले के 1024 गांव के 20 लाख 61 हजार 700 परिवार प्रभावित हुए हैं. बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में सरकारी स्तर पर सामुदायिक रसोई और अन्य सुविधा मुहैया कराई जा रही है.