दरभंगा: इंजीनियरिंग के लिए आईआईटी कैंपस में जगह का मतलब होता है, सपनों का साकार हो जाना. कोई यह सोच भी नहीं सकता था की दरभंगा में रहकर भी जेईई एडवांस की परीक्षा में सफलता पाई जा सकती है. इस पूरी सोच को बदलते हुए दरभंगा के पांच बच्चों ने ओमेगा स्टडी सेंटर में पढ़कर अपने सपनों को साकार किया. पांचों ने बेहतरीन रैंक लाकर आईआईटी में जाना पक्का कर मिथिलांचल का नाम रोशन किया है.
जेईई एडवांस में पास हुए छात्र दरअसल, दरभंगा जैसे छोटे शहर में रहकर आईआईटी एडवांस की परीक्षा में सफलता पाना, अपने आप मैं एक बड़ी बात है. उसमें भी एक संस्थान से पांच बच्चों का सफल होना, उससे भी बड़ी बात है. कल जैसे ही जेईई एडवांस का रिजल्ट आया, वैसे ही दरभंगा के ओमेगा स्टडी सेंटर में खुशी का माहौल छा गया. संस्थान के डायरेक्टर, शिक्षक और सफल छात्रों ने केक काटकर सफलता का जश्न मनाया. इस अवसर पर संस्थान ने शिक्षक और छात्रों को सम्मानित भी किया.
जश्न मनाते छात्र और शिक्षक
'बनना चाहता हूं बेहतरीन इंजीनियर'
आईटी एडवांस में सफलता हासिल करने वाले छात्र शशि शेखर ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि बाहर जाकर तैयारी करने से कई तरीके की कठिनाई होती है. अपने लक्ष्य से भटकने का डर रहता है. अब जब दरभंगा में खुद आईआईटी से पढ़े शिक्षक यहां पढ़ा रहे हैं, तो बाहर जाने की कोई आवश्यता नहीं है. उन्होंने अपनी सफलता का पूरा श्रेय अपने परिवार और संस्थान को देते हुए कहा कि बेहतरीन शिक्षकों के बीच में रहकर हमने इस सफलता को हासिल किया है. आगे चलकर एक बेहतरीन इंजीनयर बनना चाहता हूं. ताकि मैं अपने देश की सेवा कर सकूं.
छात्र और संस्थान के डायरेक्टर का बयान डायरेक्टर ने क्या कहा
संस्थान के डायरेक्टर सुमन कुमार ठाकुर ने कहा कि हमारी संस्थान अपने आरंभ के प्रथम वर्ष से ही जेईई मेंस में शानदार रिजल्ट देना शुरू किया है. आज एक साथ पांच बच्चे ने जेईई एडवांस का रिजल्ट देकर कमाल कर दिया है. वही उन्होंने कहा कि कोटा और अन्य जगहों पर भविष्य बनने से ज्यादा भटकाव का डर रहता है. वहीं दरभंगा में इन शिक्षकों से पढ़कर बच्चे अपने माता-पिता के साथ रहकर, भरपूर तैयारी कर अपने लक्ष्य को प्राप्त कर सकते हैं. उन्होंने बच्चों की बेहतर भविष्य की कामना करते हुए सभी फैकल्टी मेंबर को उनके बेहतरीन मार्गदर्शन के लिए धन्यवाद दिया.