दरभंगा: तीन दिवसीय लुई ब्रेल जयंती समारोह की शुरुआत शनिवार को दरभंगा के पूअर होम दृष्टिहीन विद्यालय में हुई. इसका उद्घाटन बिहार सरकार के सामाजिक सुरक्षा कोषांग के उपनिदेशक रविशंकर तिवारी ने किया. इस तीन दिवसीय कार्यक्रम में दृष्टिहीन दिव्यांग बच्चों के लिए खेलकूद प्रतियोगिताओं और सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन किया जाएगा.
दरभंगा: लुई ब्रेल जंयती पर कार्यक्रम, दिव्यांगों की बेहतरी पर जोर
पूअर होम दृष्टिहीन विद्यालय में लुई ब्रेल जयंती के मौके पर 3 दिवसीय कार्यक्रम का आयोजन किया गया है. इस कार्यक्रम में दृष्टिहीन दिव्यांग बच्चों के लिए सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन किया जाएगा.
'दृष्टिहीन लोगों के लिए भगवान थे लुई ब्रेल'
सुरक्षा कोषांग के उपनिदेशक ने बताया कि दरभंगा में दृष्टिहीन दिव्यांगों के लिए एक पुस्तकालय बनकर तैयार है. इसका उद्घाटन इसी महीने होगा और यह बिहार में इकलौता पुस्तकालय है, जिसमें ब्रेल लिपि में राष्ट्रीय स्तर की पाठ्य सामग्री उपलब्ध होगी. उन्होंने लुई ब्रेल को दृष्टिहीन लोगों के लिए भगवान की संज्ञा दी.
जयंतीपर समारोह का आयोजन
बता दें कि लुई ब्रेल ने दृष्टिहीन लोगों के पढ़ने-लिखने के लिए ब्रेल लिपि का आविष्कार किया था. उसके पहले दृष्टिहीन लोगों को पढ़ने-लिखने में बहुत कठिनाई होती थी. लुई ब्रेल का जन्म 4 जनवरी 1809 और निधन 6 जनवरी 1852 को फ्रांस में हुआ था. इनके जंयती के मौके पर दरभंगा के पूअर होम दृष्टिहीन विद्यालय में तीन दिवसीय लुई ब्रेल जयंती समरोह का हर वर्ष आयोजन होता है.