दरभंगा: ऐतिहासिक किले के वर्षों पुराने इस पुल का निर्माण 1934 के भूकंप के बाददरभंगा राज की ओर से करवाया गया था और किले के साथ-साथ यह भी एक धरोहर था. यह पुल राजकिला और रामबाग पैलेस के बीच से गुजरनेवाली नहर पर बना था. कभी दरभंगा राज परिवार के लोग इसी पुल से एक किले से दूसरे किले जाते थे. बताया जा रहा है कि ओवरलोडेड ट्रक पुल से गुजरते हुए रामबाग परिसर में जा रहा था. तभी यह ध्वस्त हो गया. पुल के ध्वस्त हो जाने से रामबाग परिसर में रहनेवालेलोगों को काफी परेशानी हो रही है.
ओवरलोडेड ट्रक के गुजरने से ऐतिहासिक पुल ध्वस्त यह भी पढ़ें- विधि व्यवस्था को लेकर बिहार विस अध्यक्ष ने एनेक्सी का किया औचक निरीक्षण, कर्मचारियों को दिये निर्देश
86 साल पुराना ऐतिहासिक पुल ध्वस्त
86 साल पुराना ऐतिहासिक पुल ध्वस्त ओवरलोडेड ट्रक के गुजरने से यह पुल ध्वस्त हो गया. स्थानीय विश्वविद्यालय थाना पुलिस ने इस घटना के बाद ट्रक के मालिक पर एफआईआर दर्ज की है. साथ ही पुल की बैरिकेडिंग कर वहां दो कांस्टेबल की तैनाती कर दी गई है.
'ये पुल काफी पुराना था और क्षतिग्रस्त हो गया था. स्थानीय लोगों ने जिला प्रशासन से कई बार यह मांग की थी कि इस पर से भारी वाहनों के गुजरने पर रोक लगाई जाए. लेकिन प्रशासन ने इस पर ध्यान नहीं दिया. पुल के टूट जाने से रामबाग परिसर में रहनेवाले लोगों को आवागमन में काफी दिक्कत हो गई है.'- संजय कुमार, स्थानीय
'रामबाग परिसर में सीमेंट, बालू- गिट्टी और छड़ जैसी भवन निर्माण सामग्री की बड़ी-बड़ी दुकानें खुल गई हैं. इसकी वजह से इस परिसर में हर दिन दर्जनों ओवरलोडेड ट्रक आते हैं जो इसी पुल से होकर गुजरते हैं. इससे ये पुल ध्वस्त हो गया है.'- बालकृष्ण झा, स्थानीय
लोगों को हो रही परेशानी
दरअसल, राजकिला परिसर स्थित रामबाग की जमीनें राजपरिवार के सदस्यों ने आम लोगों बेच दी हैं. इसके बाद पिछले कुछ सालों में किला परिसर में एक बड़ी आबादी बस गई है. इस पुल के ध्वस्त हो जाने से इन लोगों को परेशानी हो रही है.