दरभंगा: बिहार के दरभंगा मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल (DMCH) में पेडिकॉन कॉन्फ्रेंस के दौरान शराब पार्टी का वीडियो वायरल हुआ था. वीडियो वायरल होने के बाद पुलिस हरकत में आई. डीएमसीएच के गेस्ट हाउस में छापेमारी की. कमरा नंबर 102 से तीन बोतल शराब बरामद की गयी. जांच में पता चला कि कमरा डॉ सलीम के नाम से बुक है. जिसके बाद डॉ सलीम के खिलाफ मामला दर्ज कर जांच शुरू की गई. अब इस मामले में एक नया मोड़ आया है.
डॉक्टर सलीम को फंसाने का आरोपः डॉ. सलीम की पत्नी और दरभंगा की जानी-मानी स्त्री रोग चिकित्सक डॉ. रूही यास्मीन ने वरीय अधिकारियों से मुलाकात कर कहा है कि डॉ सलीम को नामजद अभियुक्त बनाना राजनीतिक साजिश का हिस्सा है. डॉ. सलीम जब डीएमसीएच के डॉक्टर ही नहीं है तो उनके नाम पर गेस्ट हाउस कैसे बुक हो सकता है. जूही यासमीन ने कहा कि इस कॉन्फ्रेंस की पूरे भारत में चर्चा हो रही है. जिसके सेक्रेटरी डॉ सलीम थे. यह बात कुछ लोगों को पचा नहीं. प्लांट करके डॉ. सलीम को फंसाने की कोशिश की गयी.
"डॉ सलीम पर यह कहकर मामला दर्ज किया गया है कि गेस्ट हाउस का कमरा उनके नाम से बुक है. यह बात बिल्कुल गलत है. क्योंकि डीएमसीएच का गेस्ट हाउस उन्हीं के नाम से बुक हो सकता है, जो वहां पदस्थापित डॉक्टर या कर्मचारी हो. जबकि, डॉ. सलीम DMCH के ना तो कर्मचारी हैं, ना ही चिकित्सक. सड़क पर चलने वाला कोई बोल दिया डॉ. सलीम के नाम से कमरा बुक है और उस आधार पर केस कर दिया गया."- डॉ. रूही यास्मीन, डॉ. सलीम की पत्नी
निष्पक्ष जांच का मिला है आश्वासनः डॉ. सलीम की पत्नी ने कहा कि किसी के ऊपर केस करने से पड़ताल करनी चाहिए, कि किसके नाम से कमरा बुक है. वहां जो कुछ भी सामान मिला उसे डॉ. सलीम का कोई लेना देना नहीं है. उन्होंने कहा कि इस बात को लेकर प्रशासन से मुलाकात की है. प्रशासन ने आश्वासन दिया है कि इस मामले की निष्पक्ष जांच होगा और दोषी को बख्शा नहीं जाएगा.