दरभंगा: जिलाधिकारी डॉ. त्यागराजन ने अपने कार्यालय प्रकोष्ठ में वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से जिले के सभी प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारियों को सख्त हिदायत दिया है कि लॉकडाउन अवधि में देश के विभिन्न हिस्सों से दरभंगा लौटे सभी व्यक्तियों की पुनः गहन स्क्रीनिंग की जाए. उन्होंने कहा कि प्रत्येक प्रखंड क्षेत्र में लगभग 200 व्यक्तियों की रेंडम सैंपल लेकर डी.एम.सी.एच लैब में टेस्टिंग के लिए भेजा जाए.
दरभंगा: DM ने कोरोना रोकथाम में शिथिलता बरतने पर कड़ी कार्रवाई की दी चेतावनी
डीएम ने प्रभारी चिकित्साधिकारी को अपने प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में कॉल सेंटर स्थापित कर उसका नंबर सार्वजनिक करते हुए, प्रतिदिन कम से कम 25 लोगों को कॉल करके उनके स्वास्थ्य की जानकारी लेने का निर्देश दिया है.
डीएम ने कहा कि विगत दिनों में जहां-जहां से सैंपल लिए गए हैं, उनमें से कुछ लोग कोरोना पॉजिटिव पाए जा रहे हैं, इसलिए अभी विशेष सतर्कता बरतने की जरूरत है. जिलाधिकारी ने कहा कि जिस भी क्षेत्र में कोरोना पॉजिटिव लोग मिल रहे हैं, उन स्थलों को तुरंत सील कर कंटेनमेंट जोन में मेडिकल टीम के द्वारा डोर टू डोर सर्विलेंस कराई जाए एवं रेंडम सैंपल निकाला जाए. उन्होंने कहा कि बाहर से आए सभी प्रवासी लोगों पर विशेष नजर रखा जाए. 80 हजार से अधिक प्रवासी कामगारों का कोविड पोर्टल पर निबंधन हुआ है, लेकिन इनकी वास्तविक संख्या 1.5 लाख हो सकती है.
प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों में कॉल सेंटर स्थापित कर उसका नंबर करें सार्वजनिक
जिलाधिकारी ने कहा कि कोरोना वायरस से आसानी से संक्रमित होने वाले भेद्य ग्रुप को चिन्हित कर उन पर विशेष नजर रखी जाये. इसमें बुजुर्ग, बीमार व्यक्ति, गर्भवती महिलाएं एवं छोटे बच्चे शामिल हैं. उन्होंने कहा कि भेद्य समूह के लोगों की जांच को सर्वोच्च प्राथमिकता दी जाए. इस कार्य को अगले 4 दिनों में पूरा कराने को कहा गया हैं. वहीं, उन्होंने सभी प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी को अपने प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में कॉल सेंटर स्थापित कर उसका नंबर सार्वजनिक करते हुए, प्रतिदिन कम से कम 25 लोगों को कॉल करके उनके स्वास्थ्य की जानकारी लेने का निर्देश दिया है.