दरभंगा: पर्यावरण संरक्षण के प्रति व्यापक जन जागरूकता फैलाने के उद्देश्य से राज्य सरकार की ओर से प्रत्येक महीने के पहले मंगलवार को जल जीवन हरियाली दिवस मनाने का निर्णय लिया गया है. इसको लेकर समाहरणालय स्थित अंबेडकर सभागार में एक बैठक आयोजित की गई. बैठक में जिले के डीएम डॉ त्यागराजन ने कहा कि पर्यावरण में असंतुलन और जलवायु परिवर्तन के चलते आज पूरे विश्व में गंभीर संकट उत्पन्न हो गया है. कभी अतिवृष्टि के चलते एक बड़ी आबादी को बाढ़ की त्रासदी झेलनी पड़ती है. तो कभी सूखे का दंश और जल संकट की गंभीर समस्या उत्पन्न हो जाती है.
जल-जीवन-हरियाली दिवस पर डीएम की बैठक, पृथ्वी दिवस के मौके पर 10 लाख पौधे लगाने का निर्णय
प्रदेश में पर्यावरण संरक्षण को लेकर प्रत्येक महीने के पहले मंगलवार को जल जीवन हरियाली दिवस मनाने का निर्णय लिया गया है. इसको लेकर जिला समाहरणालय में डीएम के नेतृत्व में एक बैठक की गई. बैठक में 9 अगस्त 2020 को पृथ्वी दिवस को मौके पर 10 लाख पौधे लगाने के निर्णय किया गया.
'पृथ्वी दिवस के अवसर पर 10 लाख पौधारोपण का लक्ष्य'
डीएम डॉ त्यागराजन ने कहा कि वर्तमान परिस्थिति एवं भविष्य में आने वाले संकट को देखते हुए राज्य सरकार ने पूरे बिहार में जल जीवन हरियाली अभियान चलाया गया था. इस अभियान से सभी लोगों को जोड़कर उन्हें पर्यावरण के लिए जागरूक किया गया था. उन्होंने कहा अगर अभी हमलोग पर्यावरण संरक्षण के प्रति हम जागरूक नहीं हुए, तो भविष्य में स्थितियां और विकट हो जाएगी. पर्यावरण को बचाने के उद्देश्य से 9 अगस्त 2020 को पृथ्वी दिवस के अवसर पर जिला में 10 लाख 50 हजार पौधारोपण का लक्ष्य रखा गया है. इसकी सफलता को लेकर युद्धस्तर पर कार्य किया जा रहा है.
'कार्यक्रम से लोगों को बीच पनपेगा प्राकृति प्रेम'
डीएम ने कहा कि मंगलवार को जिला के सभी कार्यालयों और शैक्षणिक संस्थानों में जनजीवन हरियाली दिवस मनाया गया. इस एक घंटे के कार्यक्रम में आज सौर ऊर्जा के उपयोग को प्रोत्साहन और ऊर्जा की बचत पर चर्चा किया गया. उन्होंने कहा कि आगे भी प्रत्येक माह के पहले मंगलवार को जल जीवन हरियाली दिवस मनाया जाएगा और इसके महत्व पर परिचर्चा की जाएगी. ऐसे कार्यक्रम लगातार आयोजित किए जाने से आम लोगों में प्राकृति के प्रति प्रेम पनपेगा और अधिक से अधिक लोग इस अभियान से जुड़ेंगे.