दरभंगा: डीएम डॉ. त्यागराजन ने कार्यालय प्रकोष्ठ में वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से बैठक की. इसमें जिले के सभी एमओआईसी को मेडिकल टीम गठित कर सार्वजनिक संस्थानों, भीड़-भाड़ वाले जगहों, हाट बाजार और ग्रामीण क्षेत्रों में रहने वाले लोंगो के रैंडम सैंपल लेकर पुल टेस्टिंग जांच कराने का निर्देश दिया गया है.
उन्होंने कहा कि आम लोग, व्यवसायियों आदि के सैंपल लेने के बाद अगर उनकी जांच रिपोर्ट पॉजिटिव आती है, तो उन्हें तुरंत डीएमसीएच के आइसोलेशन वार्ड में शिफ्ट करें.
डोर टू डोर स्क्रीनिंग
डीएम ने कहा कि प्रवासी कामगारों के गांव में डोर टू डोर स्क्रीनिंग कराई जाये. कोरोना के लक्षण वाले लोगों को प्रखंड आइसोलेशन सेंटर में अलग रखकर उनका सैंपल लेकर जांच के लिए भेजा जाये. उन्होंने कहा कि कोई भी बुजुर्ग और बीमार व्यक्ति स्क्रीनिंग से छूटे नहीं, क्योंकि ये भेद्य वर्ग से वास्ता रखते हैं. डीएम ने कहा कि ग्रामीण चिकित्स्कों, दवा दुकानदारों से भी वार्ता करके कोरोना के लक्षण वाले मरीजों की जानकारी जुटाई जाये.
स्वास्थ्य परीक्षण का कार्य प्रभावित
डीएम डॉ. त्यागराजन ने सिविल सर्जन और जिला स्तरीय चिकित्सा पदाधिकारी को इस कार्य का गहन अनुश्रवण करने और इसका प्रगति प्रतिवेदन प्रति दिन संध्या में देने का निर्देश दिया है. वहीं डीएम ने जिले में कोरोना महामारी को टैकल करने में सिविल सर्जन के कार्य प्रणाली पर गहरा असंतोष व्यक्त किया है. उन्होंने कहा कि सिविल सर्जन की ओर से पीएचसी का यथोचित अनुश्रवण नहीं किये जाने के कारण प्रखंड क्वारंटीन और होम क्वारंटीन में भेजे गये प्रवासी कामगारों के नियमित स्वास्थ्य परीक्षण का कार्य प्रभावित हुआ है.
मास्क पहनने की अपील
डीएम डॉ. त्यागराजन ने कोरोना वायरस के प्रसार को रोकने के लिये सभी लोंगो को हमेशा मास्क अथवा फेस कवर का उपयोग करने की अपील की है. उन्होंने कहा कि मास्क पहना हुआ व्यक्ति अगर किसी कोरोना पॉजिटिव मरीज के सम्पर्क में आ भी जाता है, तो भी उसके संक्रमित होने की कम संभावना रहती है. उन्होंने सभी बीडीओ और एमओआईसी को मास्क पहनने और सोशल डिस्टेंसिंग नियम का पालन करने के लिए आम लोगों को प्रेरित करने के लिए व्यापक प्रचार प्रसार कराने का निर्देश दिया है.