दरभंगा: कोरोना और बाढ़ को लेकर डीएम डॉ. त्यागराजन ने जिला प्रशासन के अधिकारियों के साथ ऑनलाइन बैठक की. इस दौरान उन्होंने बाढ़ प्रभावित क्षेत्र के अंचल अधिकारियों को संबोधित करते हुए कहा कि बाढ़ आने के तुरंत बाद संबंधित इलाके में जल्द से जल्द नाव की व्यवस्था होनी चाहिए. इलाके में कितने नाव चाहिए इसका सही-सही आकलन समय रहते पूरा कर लें. इसके अलावे बाढ़ ग्रस्त इलाके में बिमार और गर्भवती महिलाओं की सूची भी तैयार कर रखें. ताकि, समय आने पर उचित व्यवस्था किया जा सके.
'कोरोना को लेकर सावधानी बरतने का दिया निर्देश'
डीएम ने कहा कि इस समय जिला दो-दो आपदा को झेल रहा है. पहला कोरोना संक्रमण और दूसरा बाढ़. इसलिए संक्रमण के इस दौर में बाढ़ राहत के दौरान चलाए जाने वाले सामुदायिक रसोई में सामाजिक दूरी का पालन हो और सभी मास्क में रहें. यह सुनिश्चित कराया जाए. इसके अलावे मुखिया के स्तर से सभी को मास्क बंटवा दिया जाए. यह आदेश पहले ही जारी किया जा चुका है.
बैठक में भाग लेते अधिकारी उन्होंने कहा कि बाढ़ का पानी तो एक सप्ताह में निकल जाएगा. लेकिन यदि कोरोना फैल गया तो संभालना मुश्किल हो जाएगा. बाढ़ राहत कार्य में लगे सभी पदाधिकारी और कर्मी मास्क पहनकर हीं निकलें. इसमें पूरी सावधानी बरतें. वहीं, बाढ़ ग्रस्त इलाके में जिनका मकान कच्चा है या मकान ध्वस्त हो गया है या फिर जो लोग विस्थापित हो गए हैं. उन्हें तुरंत पॉलिटिन सीट उपलब्ध कराने का निर्देश दिया.
'बाढ़ प्रभावित गांव के लिए एक-एक प्रभारी बनाने निर्देश'
डीएम ने निर्देश दिया की प्रत्येक बाढ़ प्रभावित गांवों के लिए एक प्रभारी निश्चित रूप से बनाया जाए. ताकि आवश्यकता अनुसार राहत कार्य चलाया जाए. वहीं, उन्होंने कहा कि पशुओं के लिए आवश्यकतानुसार पशुचारा देना होगा. इसके अलावे जहां लोग विस्थापित होकर आए हैं. वहां पेयजल, अस्थाई शौचालय का निर्माण कराया जाए. उन्होंने सिविल सर्जन को बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में प्रतिदिन मेडिकल टीम को भेजने का भी निर्देश दिया है.
क्षतिग्रस्त सड़को का तत्काल मरम्मत करने का निर्देश
डीएम ने केवटी, दरभंगा सदर और बिरौल एसडीओ से अनुमंडल के सभी अंचलों के बाढ़ की स्थिति की समीक्षा की. संबंधित अंचल अधिकारियों ने डीएम से अपने अंचल के सड़कों में कटान की समस्या से अवगत कराया गया. जिसके बाद डीएम ने क्षतिग्रस्त सड़कों को तत्काल मरम्मत करने के भी निर्देश दिए. उन्होंने बैठक के अंत में सभी पदाधिकारियों को कोविड-19 के संक्रमण को रोकने के लिए किए गए लॉकडाउन का अनुपालन सुनिश्चित कराने और सभी को सुरक्षा के नियमों के साथ काम करने के निर्देश दिए.