दरभंगा: डीएम डॉ. त्यागराजन ने बुधवार को मनरेगा योजना के तहत कई कामों की प्रगति की समीक्षा की. उन्होंने आहर, पईन, पोखर का उड़ाहीकरण, चेक डैम का निर्माण जैसे कार्य प्रगति की समीक्षा की. इस अवसर पर उन्होंने कहा कि मनरेगा योजना में जेसीबी मशीन का इस्तेमाल नहीं होगा. मनरेगा योजना का उद्देश्य मानव श्रम बल का अधिक से अधिक सृजन करना है, ताकि अधिक से अधिक लोगों को रोजगार प्राप्त हो सके.
दरभंगा: DM ने की मनरेगा योजना की प्रगति की समीक्षा, रोजगार सृजन पर जोर - कोविड पोर्टल
डीएम डॉ. त्यागराजन ने कहा कि लॉकडाउन से प्रभावित होकर देश के विभिन्न हिस्सों से जिले में वापस लौटे प्रवासी कामगारों को स्थानीय स्तर पर रोजगार प्रदान करने की कोशिशें तेज कर दी गयी हैं. प्रवासी कामगारों को उनके स्किल के अनुसार ही काम देने के लिये डाटा बेस तैयार किया जा रहा है.
काम की गुणवत्ता मेंटेन रखने का निर्देश
डीएम ने कहा कि वरीय प्रखण्ड प्रभारी पदाधिकारी प्रखण्ड क्षेत्रों में भ्रमण करके सभी योजनाओं की गुणवत्ता का निरीक्षण करेंगे. उन्होंने कहा कि योजनाओं की गुणवत्ता से समझौता नहीं किया जाएगा. समीक्षा के क्रम में सभी कार्यक्रम पदाधिकारियों को मनरेगा को साइट पर योजना का शिलापट्ट लगवाने और तय समय में काम पूरा कराने का निर्देश दिया गया है.
कोविड पोर्टल पर 75,185 प्रवासी कामगारों का निबंधन पूरा
डॉ. त्यागराजन ने कहा कि लॉकडाउन में देश के विभिन्न हिस्सों से जिले में वापस लौटे प्रवासी कामगारों को स्थानीय स्तर पर रोजगार प्रदान करने की कोशिश तेज कर दी गयी है. प्रवासी कामगारों को उनके स्किल के अनुसार ही काम देने के लिये डाटा बेस तैयार किया जा रहा है. इस डाटा बेस को कोविड पोर्टल और आपदा पोर्टल पर अपलोड किया जा रहा है. अब तक 75 हजार 185 प्रवासी कामगारों का कोविड पोर्टल पर निबंधन पूरा हो गया है. इन्हें जल-जीवन-हरियाली अभियान, मनरेगा योजना के तहत रोजगार से जोड़ा जा रहा है.