दरभंगा: जिले में आने वाले मानसून और नदियों के बाढ़ के कारण जिला प्रशासन सतर्क है. इसको लेकर पहले से ही तैयारियां की जा रही है. जिलाधिकारी ने सभी अंचलाधिकारियों के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए बैठक की. इस मौके पर उन्होंने कई दिशा-निर्देश भी दिए.
बता दें कि इस बैठक के दौरान जिलाधिकारी ने सभी अंचलाधिकारी को आदेश देते हुए कहा कि हरेक पंचायत के लिए 4 नाव की दर से पर्याप्त संख्या में नाव की उपलब्धता करवाई जाए. इसके लिए सरकारी नावों के साथ निजी नावों की भी जरूरत पड़ेगी. इसीलिए निजी नावों के मालिकों से इकरारनामा करवा लिया जाए. यह इकरारनामा 1 जुलाई से 30 सितंबर तक के लिए किए जाएं. इस दौरान सभी निजी नावों पर लाल झंडा लगा रहेगा.
बाढ़ को लेकर जिला प्रशासन सतर्क यात्रियों से पैसा वसूलने पर होगी कार्रवाई
इसके अलवे जिलाधिकारी ने कहा कि निजी नावों पर जिला प्रशासन की ओर से एक बोर्ड भी लगा दिए जाएं. जिस पर यह लिखा जाएगा कि यह नाव सरकारी कार्य में लगा है और इसपर सेवा निःशुल्क है. किसी भी नाव पर ओवरलोडिंग नहीं की जाएगी. अंचलाधिकारी और थाना प्रभारी संयुक्त रूप से सभी नावों और घाटों का नियमित निरीक्षण करेंगे. अगर किसी भी नाव में ओवरलोडिंग करने या यात्रियों से पैसे वसूलने की शिकायतें मिलेगी तो नाव मालिकों के साथ-साथ संबंधित अंचलाधिकारी और थाना प्रभारी पर भी कार्रवाई की जाएगी.
बाढ़ आश्रय स्थल चिन्हित करने के आदेश
इस बैठक के दौरान जिलाधिकारी ने कहा कि बाढ़ आने वाले अंचलों में अधिक संख्या में बाढ़ आश्रय स्थल चिह्रित कर लिए जाएं. साथ ही वहां पर बिजली, पानी और शौचालय की व्यवस्था की जाए. इसके अलावे आश्रय स्थलों में सभी कमरों में दरी और चादर भी बिछी होनी चाहिए.
जिलाधिकारी ने सभी अंचलाधिकारियों के साथ की बैठक जीवन रक्षक दवाएं स्टोर कर लेने का निर्देश
इसके अलावे डीएम ने सभी बाल विकास परियोजना पदाधिकारी को वैसी गर्भवती महिलाएं, जिनका प्रसव इसी तिमाही में संभावित है उसकी सूची अंचलाधिकारी को उपलब्ध करवाने का निर्देश दिया. ताकि बाढ़ आ जाने पर उन महिलाओं को पहले ही सुरक्षित बाहर निकाल लिया जाए. सभी प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी को पर्याप्त मात्रा में जीवन रक्षक दवाएं, एंटी वेनम, एंटी रैबिज की दवाए, ब्लीचिंग पाउडर आदि स्टोर कर लेने का आदेश दिया गया है.
सभी इंजीनियर बांध पर पर करेंगे कैंप
इस बैठक में डीएम ने कार्यपालक अभियंता को निर्देश देते हुए कहा कि वो खुद सभी बांध और तटबंध का निरीक्षण करें. सभी रुके हुए कार्यां को युद्धस्तर पर चलाकर पूरा करें. साथ ही बाढ़ से बांध की सुरक्षा के लिए संभावित कटाव स्थल पर पर्याप्त मात्रा में सैंड बैग, बोल्डर का स्टॉक रखने, जेनरेटर और पर्याप्त संख्या में मजदूरों को तैनात रखने को कहा गया है. वहीं 1 जुलाई से सभी एइ और जेई बांध पर तैनात रहेंगे. साथ ही उन्होंने चेतावनी दिया कि तकनीकी खामियों के कारण अगर कहीं पर बांध टूटेगा तो संबंधित एजेंसी और संवेदक के खिलाफ आपराधिक मुकदमा दर्ज कर जेल भेजने की कार्रवाई की जाएगी.