दरभंगा:बिहार के दरभंगा मेंDMCH में नर्सिंग स्टाफ और डॉक्टरों के बीच विवादउत्पन्न (Dispute Between Nurse And Doctors In DMCH) हो गया है. उत्तर बिहार के सबसे बड़े अस्पताल दरभंगा मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल में जूनियर डॉक्टर और नर्सिंग स्टाफ के बीच महाभारत छिड़ा हुआ है. इन दिनों डीएमसीएच के जूनियर डॉक्टर और नर्सों की लड़ाई ने अस्पताल के अनियमितताओं की पोल सबके सामने खुल गई है. दरअसल पिछले कई दिनों से अक्सर नर्सिंग स्टाफ और जूनियर डॉक्टर के बीच टकराव की परिस्थितियां उतपन्न हो रही है. इस टकराव में डीएमसीएच में चल रहे अनियमितताओं का खेल भी खुलकर सामने आ रहा है.
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DMCH में नर्सिंग स्टाफ और डॉक्टरों के बीच विवाद :विवाद का खामियाजा कहीं न कहीं गंभीर स्थिति में इलाज के लिए आये मरीज को ही भुगतना पड़ रहा है. पहले तो सीनियर डॉक्टरों के गायब रहने की शिकायतें तो सामने आती ही हैं, अब जूनियर डॉक्टर भी सीनियर के ही नक्शेकदम पर चलते नजर आ रहे हैं. ताजा मामला शुक्रवार की रात यानी 25 नवंबर को डॉक्टरों और नर्सो के बीच हुए नोकझोंक को लेकर शनिवार यानी 26 नवंबर को नर्सो ने डीएमसीएच अधीक्षक से मुलाकात की. इस दौरान जो आरोप नर्सो द्वारा लगाए गए हैं, वह काफी गम्भीर है. नर्सो को पर्सनल फोन से कॉल करने पर उन्हें ब्लेंक कॉल आता है और वे परेशान रहती हैं. उन्होंने अपरोक्ष रूप से कैमरे के सामने खुद स्वीकार किया की डॉक्टरों के गायब रहने के कारण मरीजों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ता है.
नर्सिंग स्टाफ और जूनियर डॉक्टरों के बीच महाभारत :डॉक्टरों के व्यवहार को देखते हुए उन्हें यह भी डर सता रहा है कि उनके साथ किसी प्रकार की अनहोनी ना हो. इस सब के वाबजूद डीएमसीएच अधीक्षक डॉ हरिशंकर मिश्रा के द्वारा कोई ठोस विधिसम्मत कारवाई नहीं कर इसे मामूली विवाद कह कर लीपापोती की जा रही है. अधीक्षक ने दोनों पक्षों को मरीज हित में सौहार्दपूर्ण वातावरण में काम करने की सलाह दी. लेकिन इन गंभीर आरोपों के बाबजूद किसी ठोस विधिसम्म्मत कार्रवाई की बात तक उनके द्वारा नहीं कही गई है.