दरभंगा: कार्तिक पूर्णिमा के अवसर पर सोमवार को गौसाघाट और जीवछ घाट के कमला नदी में हजारों श्रद्धालुओं ने डुबकी लगाई. इस बार हिंदी तिथि के मुताबिक दो दिन पूर्णिमा होने की वजह से रविवार और सोमवार दोनों दिन श्रद्धालु डुबकी लगा रहे हैं.
श्रद्धालुओं की संख्या में कमी
इस बार कार्तिक पूर्णिमा के स्नान और मेले में कोविड-19 संक्रमण का असर साफ दिख रहा है. जिसकी वजह से अन्य वर्ष की तुलना में इस वर्ष श्रद्धालुओं की संख्या काफी कम नजर आ रही है.
संतान की होती है प्राप्ति
मान्यता है कि जिन महिला को किसी कारण वश संतान का सुख प्राप्त नहीं होता है, वैसी महिला अगर जीवछ घाट और गौसाघाट में कार्तिक पूर्णिमा के अवसर पर कमला नदी में स्नान करती है, तो उनकी सुनी गोद को भर जाती है. इसलिए इस दिन यहां दरभंगा सहित आसपास के जिले के लोग पहुंचकर माता कमला और जीवछ नदी का आशीर्वाद प्राप्त करते हैं.
क्या कहते हैं श्रद्धालु
मन्नतें पूरी होने पर श्रद्धालु अपने बच्चे का मुंडन भी करवाते हैं. वहीं मुजफ्फरपुर से आई रानी देवी का कहना था कि हमें पता चला है कि आज के दिन गौसाघाट और जीवछ घाट नदी में स्नान करने से बच्चे होने की मन्नत पूरी होती है.
इसी उम्मीद से हम अपनी लड़की को स्नान कराने के लिए लाये हैं. क्योंकि हमारी लड़की की शादी के कई साल बीत गए. लेकिन अभी तक उसे कोई बच्चा नहीं हुआ है. उन्होंने कहा कि अब इस नदी से उम्मीद है कि मेरी बेटी को संतान हो और मैं अपने नाती और नतनी को देखूं.