दरभंगा:बाढ़ से पूर्व तटबंध को लेकर जिला प्रशासन व राज्य सरकार की तरफ से बड़े-बड़े दावे किए जा रहे हैं. लेकिन दावों की हकीकत कुछ और ही नजर आ रही है. शहरी सुरक्षा तटबंध को लेकर प्रशासन की उदासीनता ने शहरवासियों के मन में फिर से एक बार बाढ़ का खौफ पैदा करना शुरू कर दिया है. हांलाकि बागमती, कमला नदी के उफान को रोकने के लिए जिला प्रशासन ने कई तटबंध का मरमत भी करवाया है.
दरभंगा में अब तक नहीं हुआ शहरी सुरक्षा तटबंध का मरम्मत, लोगों को सता रहा है बाढ़ का खौफ
स्थानीय लोगों का कहना है कि सरकार और प्रशासन को बांधों की चिंता नहीं है. जब लोग बाढ़ के मुसीबत में फंस जाते हैं और जानमाल की क्षति हो चुकी होती है तब अधिकारी बांध की मरम्मत कर खानापूर्ति करते हैं.
शहरी सुरक्षा तटबंध का सही तरीके से देख-रेख नहीं होने के कारण कई जगहों पर रैट होल तथा रेन कट ने बांधो को कमजोर कर दिया है. इसके कारण तटबंध के किनारे रहने वाले लोगों को अभी से ही भय सताने लगा है. कई वर्षों से शहर में बाढ़ का पानी प्रवेश नहीं किया है मगर दरभंगा शहर के चारों तरफ बाढ़ का मंजर दिखता है. अगर समय रहते क्षतिग्रस्त बांधों को दुरुस्त नहीं किया गया तो आने वाले दिनों में बाढ़ के कहर से दरभंगा के शहरवासियों के लिए बचना मुश्किल हो जाएगा.
तटबंधों पर रखी जा रही है निगरानी
वहीं जिलाधिकारी डॉ. त्यागराजन ने कहा कि आपदा प्रबंधन के एसओपी के तहत बाढ़ से बचाव एवं राहत कार्य चलाने के लिए सभी तैयारियां की गई है. डीएम ने कहा कि पिछले वर्ष बाढ़ में क्षतिग्रस्त हुए तटबंध की मरम्मत की गई है. रैट होल और रेन कट को भरने का काम जारी है. जिलाधिकारी के मुताबिक दरभंगा जिला में बहुत सारे तटबंध है, सभी तटबंधों पर लगातार निगरानी की जा रही है. सभी अंचल में बाढ़ की चपेट में आने वाले पंचायतों में पर्याप्त संख्या में नाव और नाविक को तैयार हालत में रखने का निर्देश दिया गया है.