दरभंगा :केन्द्र सरकार के तीन प्रमुख अर्द्धसैनिक बलों के महानिदेशकों में एक मिथिला की बेटीनीना सिंहभी शामिल हो गई हैं. नीना सिंह को केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल (सीआईएसएफ) का डीजी बनाया गया है. इससे नीना सिंह के पैतृक गांव गनौन सहित पूरे जिले में खुशी की लहर है. नीना के ग्रामीण जितेंद्र आचार्य ने बताया कि नीना सिंह की सबसे अच्छी बात है कि महिला होने के बाबजूद सीआईएसएफ के डीजी तक के मुकाम पर पहुंचना.
"मिथिला की धरती के लिए यह गौरव की बात है. नीना की बचपन की पढ़ाई गांव से शुरू हुई. फिर अपने माता-पिता के साथ आगे की पढ़ाई के लिए पटना चली गई. इसके बाद आगे की पढ़ाई के लिए दिल्ली का रुख किया और में पढ़ाई करते हुए आईपीएस ऑफिसर बनी. अब वे भारत की पहली महिला सीआईएसएफ की हेड बनी है. पूरे भारत में जितने भी एयरपोर्ट हैं और केंद्रीय सुरक्षा का जिम्मा उनके कंधे पर ही हैं. ये हमारे मिथिलांचल के लिए बहुत ही गौरव की बात है."- जितेंद्र आचार्य, ग्रामीण
गांव सहित पूरे जिले में खुशी की लहर : 1969 में गठित सीआईएसएफ को 54 साल बाद पहली महिला डीजी मिली है. नीना सिंह 31 जुलाई 2024 को सरकारी सेवाओं से सेवानिवृत हो जाएंगी. वहीं गनौन गांव निवासी आशीष कुमार ने कहा कि ये हमलोगों के लिए गर्व की बात है. एक महिला होकर इतनी बड़ी उपलब्धि हासिल करना. हम सब के लिए प्रेरणा दायक है. उन्होंने बताया की नीना सिंह सहित गणेश लाल दास का पूरा परिवार काफी दिनों से बाहर रहते हैं, परंतु गांव के प्रति उनकी अभी भी श्रद्धा है.