दरभंगा:लॉकडाउन के दौरान देश के विभिन्न हिस्सों से प्रवासी श्रमिकों वापस बिहार लौट रहे हैं. वहीं, प्रवासियों के मुद्दे पर कांग्रेस सरकार पर हमलावर है. प्रदेश कांग्रेस ने मंगलवार को पूरे बिहार में सांकेतिक धरना दिया है. जिलाध्यक्ष के नेतृत्व में बलभद्रपुर स्थित दरभंगा जिला कांग्रेस कमेटी ने 6 सूत्री मांगों के समर्थन में एक दिवसीय सांकेतिक धरना दिया. कांग्रेस का आरोप है कि वापस अपने राज्य लौट रहे प्रवासियों की मौत के बाद भी परिजनों को मदद नहीं दी गई है.
दरभंगा: प्रवासियों की मौत के खिलाफ कांग्रेस का धरना, सरकार पर बोला हमला
कांग्रेस नेताओं ने सांकेतिक धरने में सरकार के समक्ष 6 सूत्री मांग रखते हुए मजदूरों की मौत के लिए जवाबदेही तय करने की मांग उठाई है. कांग्रेस का कहना है कि सरकार मृतकों की सूची बनाकर दें, ताकि पीड़ित परिवारों तक प्रदेश नेतृत्व यथासंभव मदद कर सके.
जिला कांग्रेस की तरफ से 6 सूत्री मांग रखी गई है. जिसमें बिहार लौट रहे प्रवासियों की मौत की सूची जारी करने की मांग की गई है. वहीं, इस सूची के आधार पर बिहार प्रदेश कांग्रेस कमेटी मृतक के परिजनों को यथासंभव सहायता करेगी. जबकि सरकार से कांग्रेस ने मृतक के परिवारों को उचित मुआवजा देने की मांग सरकार के समक्ष रखी है. इसेक अलावा परिवार में आश्रित किसी एक व्यक्ति को सरकारी नौकरी, सभी प्रवासियों की सुरक्षित शीघ्र घर वापसी और वापसी के बाद श्रमिक और परिवार के खाने-पीने की समुचित व्यवस्था सुनिश्चित करने की मांग कांग्रेस ने रखी है.
मौत का जिम्मेदार कौन, तय करे सरकार
वहीं, कांग्रेस जिलाध्यक्ष सीताराम चौधरी ने बताया कि लाखों की संख्या में प्रवासी मजदूर बिहार वापस आ रहे हैं. बहुत दिनों से हताश और भूखे प्यासे श्रमिक साधन न मिलने की स्थिति में लाखों की संख्या में पैदल चल दिए. वहीं, भारी संख्या में लोग ट्रेन, बस, ट्रक, ऑटो रिक्शा के अलावा साइकिल और पैदल ही अपने घर पहुंचे. इसमें बच्चे, महिलाएं, बुजुर्ग और दिव्यांग भी शामिल हैं. कांग्रेस नेता ने कहा कि घर आने के क्रम में कई प्रवासियों की दुर्घटना और भूख से मौत हो गई जो बहुत ही भयावह है. कांग्रेस नेता ने इन मौतों के लिए सरकार से जिम्मेदारी तय करने की बात कही.