दरभंगा: 1940 के दशक में दरभंगा स्टेट की ओर से संचालित दरभंगा एविएशन भारत की शुरुआती विमानन कंपनियों में से एक थी. जहां सिविल उड़ानों की सुविधा थी. दरभंगा एयरपोर्ट का देश और दुनिया में गौरवशाली इतिहास रहा है. इस एयरपोर्ट पर महाराजा कामेश्वर सिंह के खास विमान पर सवार होकर देश और दुनिया की कई जानी-मानी हस्तियां उतर चुकी हैं. उस जमाने में दरभंगा-कोलकाता उड़ानों का लाभ आम व्यापारियों को भी मिलता था.
पहली बार दरभंगा एअरपोर्ट पर उतरे
महाराजा कामेश्वर सिंह की मृत्यु के पहले तक उनके पायलट रहे और बाद में एयर इंडिया के जीएम पद से रिटायर्ड 85 साल के कैप्टन सुरेंद्र चौधरी एक कार्यक्रम में शामिल होने दरभंगा पहुंचे. कभी पायलट के रूप में दरभंगा में महाराजा कामेश्वर सिंह का विमान उड़ाने वाले सुरेंद्र चौधरी पहलीं बार मुंबई से एक यात्री के रूप में स्पाइस जेट के विमान से जब दरभंगा एयरपोर्ट पर उतरे तो वे भावुक हो उठे.
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विमान से जाता था अखबार
ईटीवी भारत संवाददाता से बातचीत में कैप्टन सुरेंद्र चौधरी ने दरभंगा एविएशन के पुराने दिनों को याद करते हुए कहा कि उस जमाने में छोटे-छोटे विमान हुआ करते थे. जो एक सीटर और दो सीटर होते थे. दरभंगा महाराज के पास उस समय में जल में उतरने वाले विमान भी थे. महाराजा कामेश्वर सिंह के जिस विमान को वे उड़ाते थे, वह रॉयल विमान था और उसे पूरी तरह मेंटेन रखा जाता था. उस समय विमान से ही दरभंगा स्टेट की ओर से प्रकाशित मशहूर अखबार इंडियन नेशन पूरे बिहार और बंगाल के कई इलाकों में सुबह-सुबह भेजा जाता था.