दरभंगा:साइकिल गर्ल ज्योति को भारत सरकार का नशा मुक्ति अभियान का ब्रांड एंबेसडर बनाया गया. बहादुरपुर प्रखंड मुख्यालय स्थित बुनियादी केंद्र पर विधवा, विकलांग और बुजुर्ग लोगों के बीच पूरे तामझाम से सरकारी मदद देने के लिए बुलाया गया था. इस दौरान साइकिल घर ज्योति को बिहार नशा मुक्ति अभियान के ब्रांड एंबेसडर बनाया गया. जिसके बाद विभाग के द्वारा ज्योति के पढ़ाई को देखते हुए 50 हजार रुपये का चेक और एक टैब भी दिया गया.
साइकिल बनी सेल्फी स्पॉट
वहीं, साइकिल गर्ल ज्योति के साइकिल को सेल्फी स्पॉट पर लगाया गया. दूरदराज से आई महिलाओं ने बताया कि लॉकडाउन के दौरान इतना दूर से साइकिल पर अपने पिता को लेकर आई ज्योति को हम देखने आए हैं. आज सामने से उनको देखेंगे और आशीर्वाद देंगे.
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'भारत सरकार का यह कार्यक्रम है. साइकिल गर्ल ज्योति को नशा मुक्ति अभियान का ब्रांड एंबेस्डर बना रहे हैं. लॉकडाउन के दौरान ज्योति ने जिस हिम्मत और साहस का परिचय दिया है. उससे इनसे ज्यादा बेहतर ब्रांड एंबेसडर के रूप में कोई और नहीं हो सकता है. ज्योति की कृति केवल भारत में ही नहीं बाहर भी जा चुकी है. किसी एक्टर के बदले रियल लाइफ के जो हीरो हैं. उनको ब्रांड एंबेसडर बनाना लोगों को ज्यादा प्रेरणा देगा.'- दयानिधान पांडेय, निदेशक, सामाजिक सुरक्षा विभाग
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नशा मुक्ति अभियान की ब्रांड एंबेसडर बनी साइकिल गर्ल
प्रखंड विकास पदाधिकारी प्रदीप कुमार ने बताया कि बुनियादी केंद्र पर व्हाट्सएप पदाधिकारियों का रूटीन विजिट हो रहा है. जिस दौरान हमारे जिले की साइकिल गर्ल्स ज्योति कुमारी को ब्रांड एंबेसडर बनाया जाना हैं. वहीं, एचआर सुशील कुमार श्रीवास्तव ने बताया कि नशा मुक्ति अभियान के ब्रांड एंबेस्डर के रूप में साइकिल गर्ल ज्योति को बनाया गया है. उनके पिता को रोजगार के लिए ई रिक्शा के साथ बुनियादी केंद्र में नौकरी भी दी जा रही है.
कौन हैं 'साइकिल गर्ल' ज्योति कुमारी
- ज्योति दरभंगा के सिरहुल्ली गांव की रहने वाली है.
- अपने पिता के साथ गुड़गांव में रहा करती थी.
- ज्योति केे पिता मोहन पासवान ई-रिक्शा चलाने का काम किया करते थे.
- लॉकडाउन के बीच ही ज्योति के पिता का एक्सीडेंट हो गया था.
- इस बीच आर्थिक परेशानियों से जूझ रही ज्योति ने एक पुरानी साइकिल खरीद कर अपने पिता को लेकर गुड़गांव से दरभंगा तक का सफर मात्र छह दिनों में तय किया था.
- ज्योति,1,200 किलोमीटर तक साइकिल चलाकर गुड़गांव से बिहार के दरभंगा में अपने गांव पहुंची थीं.
- ज्योति की खबर को राष्ट्रपति ट्रम्प की बेटी इवांका ट्रम्प ने भी ट्वीट किया.