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धोती-कुर्ता और संस्कृत में कमेंट्री, कुछ यूं खेला गया दरभंगा में क्रिकेट मैच - भारतीय संस्कृति

2001 में आई फिल्म लगान में भुवन और उसकी टीम जिस तरह धोती कुर्ता पहन क्रिकेट खेलती है. ठीक उसी तरह बिहार के दरभंगा में एक क्रिकेट मैच खेला गया. इस मैच का उद्देश्य लगान से मुक्ति पाना नहीं बल्कि कुछ और ही रहा, जिसकी कमेंट्री संस्कृत में हुई.

Cricket match played to save Indian culture and Sanskrit

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Published : Sep 1, 2019, 11:10 PM IST

दरभंगा: फिल्म लगान में दिखाए गए क्रिकेट मैच को शायद ही कोई भूला हो. मूवी में अंग्रेजों के खिलाफ हुए मैच में ग्रामीणों को खेलते हुए फिल्माया गया था. ठीक इसी फिल्म की तस्वीर एक बार फिर ताजा हो गई, जब जिले के कामेश्वर सिंह दरभंगा विश्वविद्यालय में खेले गए क्रिकेट मैच में खिलाड़ी धोती-कुर्ता पहन मैदान में उतरे.

कामेश्वर सिंह दरभंगा संस्कृत विश्वविद्यालय के मैदान पर शनिवार को क्रिकेट मैच का आयोजन हुआ. छात्र और शिक्षकों ने धोती-कुर्ता पहन कर क्रिकेट खेला. नजारा देख कर ऐसा लग रहा था, मानो लगान फिल्म के कलाकार सालों बाद मैदान पर आ गए हों. यहां छात्र एकादश और शिक्षक-पदाधिकारी एकादश के बीच 10-10 ओवर का मैच हुआ. जिसमें अधिकतर खिलाड़ी धोती-कुर्ता पहन कर मैदान पर उतरे.

ये रही पूरी टीम

संस्कृत में हुई कमेंट्री
संस्कृत विवि के कुलपति प्रो. सर्वनारायण झा भी धोती कुर्ता पहन क्रिकेट ग्राउंड पहुंचे. उन्होंने खिलाड़ियों का परिचय लिया. इसके बाद बल्ला हाथ में थाम एक बॉल खेल कर मैच का उद्घाटन किया. मैच की खास बात ये रही कि पूरे मैच की कमेंट्री संस्कृत में की गई. कमेंट्री सुनकर वहां मौजूद लोग हैरान हो गए.

खास रिपोर्ट

संस्कृत और संस्कृति को बचाना उद्देश्य
संस्कृत में कमेंट्री कर रहे रणजीत मिश्रा ने कहा कि अपनी वेश-भूषा के साथ हमें अपनी संस्कृति को संरक्षित करते हुए समाज में रहना चाहिए. लगान फिल्म में धोती-कुर्ता पहन कर अंग्रेजों के विरुद्ध भारतीय लोगों ने क्रिकेट मैच खेला था और मैच जीता था. अपना लगान माफ करवाते हुए, उन्होंने अपने गांव की रक्षा की थी. इसी प्रकार हम लोगों ने भी धोती-कुर्ता पहनकर मैच खेला और संस्कृत में कमेंट्री की. हमारा उद्देश्य संस्कृत भाषा और अपनी संस्कृति की रक्षा करना है.

कुछ ऐसा रहा ग्राउंड का नजारा

'संस्कृत में हो सकती है कमेंट्री'
कुलपति प्रो. सर्वनारायण झा ने कहा कि संस्कृत विश्वविद्यालय भारतीय संस्कृति, सभ्यता और संस्कृत भाषा के संवर्द्धन और संरक्षण के लिए काम करता आ रहा है. ऐसे में हम अपनी संस्कृति की रक्षा करना चाहते हैं और दुनिया को संदेश देना चाहते हैं. इसलिए यहां के छात्र-शिक्षक भारतीय वेश-भूषा और अपनी देवभाषा भाषा संस्कृत में कमेंट्री के बीच क्रिकेट खेल रहे हैं. उन्होंने कहा कि लोग समझते हैं कि संस्कृत बोली नहीं जा सकती है. लेकिन यहां हम कमेंट्री के माध्यम से संस्कृत बोल कर दिखा रहे हैं. इससे लोगों को प्रेरणा मिलेगी.

सुनिए संस्कृत में कमेंट्री

उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के फिट इंडिया अभियान की भी चर्चा की. उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री के संदेश को हम भारतीय संस्कृति के माध्यम से प्रचारित कर रहे हैं. हमारी कई टीमें तैयार हो रही हैं. आने वाले दिनों में हम कई खेलों की अंतर महाविद्यालय प्रतियोगिताएं करवाएंगे.

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