दरभंगा : शराब माफियाओं में हमले में पवन मिश्रा की मौत के बाद माकपा माले के नेताओं ने परिजनों से मुलाकात की. सरकार को निशाने पर लेते हुए दिग्गजों ने कहा कि परिवार की स्थिति ठीक नहीं है और सरकार किसी तरह की मदद भी नहीं कर रही है.
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दरअसल, गांव मोहल्लों में शराब का विरोध करने पर खराजपुर गांव निवासी पवन मिश्रा पर शराब माफियाओं ने चाकू से हमला कर दिया था. जिसमें पवन घायल हो गए थे करीब चार महीनों तक परिवार के लोग पवन की इलाज पटना आइजीएमएस, पीएमसीएच, डीएमसीएच व आरबी मेमोरियल में कराते रहे और आखिर में 25 मार्च को पवन ने दम तोड़ दिया.
सरकार ने सुध तक नहीं ली
पवन की मौत के बाद परिवार पर दुःखों का पहाड़ टूट पड़ा है. चार महीने की इलाज में सरकार और प्रशासन ने सुध तक नहीं ली. आज भाकपा माले के नेताओं की टीम ने खराजपुर गांव जाकर मृतक पवन मिश्रा के परिजनों से मुलाकात की और संवेदना प्रकट की. टीम में भाकपा माले के राज्य कमिटी सदस्य अभिषेक कुमार, नगर सचिव सदीक भारती, विजय महासेठ, भन्तु गुप्ता शामिल थे.
20 लाख मुआवजा और नौकरी की मांग
भाकपा माले नेताओं को ग्रामीणों ने बताया कि पवन मिश्रा का परिवार गरीब परिवार हैं. और जो कुछ था वो उनके इलाज में खर्च हो गया. ऊपर से परिवार ने लाखों रुपये इलाज में कर्ज ले लिया है. लेकिन अभी सरकार-प्रशासन की ओर से कोई सहायता नहीं मिला है. इस सम्बंध में जब भाकपा(माले) नेता अभिषेक कुमार ने बीडीओ से पारिवारिक लाभ देने के लिए फोन किया तो बीडीओ ने नियम-कानून का हवाला देकर पारिवारिक लाभ देने से इनकार कर दिया. जिसके बाद नेताओं ने कहा कि दरभंगा पुलिस शराब कारोबारियों पर नकेल कसने में विफल साबित हुई है. भाकपा(माले) ने पीड़ित परिवार को 20 लाख रुपये मुआवजा और परिवार के एक सदस्य को नौकरी देने की मांग की है.