दरभंगा:जिले के पंडासराय स्थित भाकपा माले कार्यालय में प्रेस कांफ्रेंस को संबोधित करते हुए पोलित ब्यूरो सदस्य धीरेंद्र झा ने कहा कि सीएए, एनपीआर और एनआरसी एक संघी प्रोजेक्ट है. इससे सबसे ज्यादा तबाही बिहार के लोगों की होगी.
NRC के खिलाफ 25 फरवरी को विधानसभा का घेराव करेगी CPI माले
माले नेता ने कहा कि ये सच है कि आज बिहार के लोग ही सबसे ज्यादा रोजी-रोटी कमाने के लिए दूसरे राज्यों का रूख करते हैं. असम में एनआरसी के कारण जिस तरह हजारों बिहारवासी परेशान हैं. उसी तरह अगर देशभर में एनआरसी लागू हुआ तो लाखों लोग परेशान होंगे.
'25 फरवरी को विधानसभा का किया जाएगा घेराव'
उन्होंने कहा कि आज पूरे देश में बिहार के लोग ही सबसे ज्यादा रोजी-रोटी कमाने के लिए दूसरे राज्यों का रूख करते हैं. असम एनआरसी में जिस तरह हजारों बिहारवासी परेशान हैं. उसी तरह देशव्यापी एनआरसी में लाखों लोग परेशान होंगे. जिसको लेकर भाकपा माले 25 फरवरी को बिहार विधानसभा का घेराव करेगी. साथ ही 27 फरवरी को गांधी मैदान में विशाल जनसभा का आयोजन भी किया जाएगा.
'दलित और आदिवासियों को होगी NRC से सबसे ज्यादा परेशानी'
साथ ही उन्होंने ने कहा कि एनपीआर-एनआरसी से सबसे ज्यादा परेशानी दलित, आदिवासी और पिछड़ों को होगी. देश में मुस्लिम से भी ज्यादा भूमिहीनता दलितों और आदिवासियों में है. मामले में विधानसभा में विशेष चर्चा की जानी चाहिए. एक अप्रैल से लागू होने वाले एनपीआर पर रोक लगाने की मांग करते हुए उन्होंने कहा कि भाकपा माले भूमिहीन और मकान विहीन लोगों का विधानसभा में विशेष सर्वे कराने की मांग उठाएगी.