दरभंगा:जिले के बहादुरपुर में पीएम की ओर से भूमिपूजन के खिलाफ भाकपा माले बहादुरपुर प्रखंड कार्यालय रामनगर से प्रतिरोध मार्च निकाला गया. विरोध मार्च का नेतृत्व माले राज्य कमिटी सदस्य अभिषेक कुमार जिला कमिटी सदस्य उमेश प्रसाद ने किया. प्रतिवाद मार्च रामनगर चौक पर प्रतिवाद सभा में तब्दील हो गया. इस दौरान कार्यकर्ताओं ने सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की.
भूमि पूजन समारोह पर दी प्रतिक्रिया
भाकपा माले राज्य कमिटी सदस्य अभिषेक कुमार ने बुधवार को आयोध्या में राम मंदिर भूमि पूजन समारोह को लेकर अपनी प्रतिक्रिया जाहिर की. उन्होंने कहा कि पूजन समारोह सरकारी आयोजन में तब्दील हो जाना और यूपी के प्रशासन और केंद्र सरकार की इसमें पूर्ण भागीदारी होना यह सही नहीं है. यह भारतीय संविधान की मूल भावना को साजिश के तहत नष्ट करने की कार्रवाई है.
उन्होंने कहा कि सुप्रीम कोर्ट के जिस फैसले ने मंदिर निर्माण की राह खोली. उसी फैसले में 6 दिसंबर 1992 को बाबरी मस्जिद ढ़हाने को लेकर स्पष्ट तौर पर आलोचना की गयी है. केंद्र सरकार का प्रधानमंत्री के स्तर पर भूमि पूजन में शामिल होना, उस अपराध को वैधता प्रदान करने की कार्रवाई है. यह प्राकृतिक न्याय के सिद्धान्त का मजाक उड़ाना है. यह भारतीय संविधान के धर्मनिरपेक्ष स्वरूप पर भी हमला है.
सरकार पर साधा निशाना
वहीं, जिला कमिटी सदस्य उमेश प्रसाद साह ने अयोध्या में हो रहे आयोजन को लेकर कहा कि केंद्रीय गृह मंत्रालय की ओर से जारी कोविड-19 से बचाव के प्रोटोकॉल का यह उल्लंघन है. जिसमें धार्मिक आयोजनों, बड़ी जुटान और 65 वर्ष से अधिक आयु के नागरिकों की भागीदारी पर रोक है. अयोध्या में पुजारी और तैनात पुलिस का कोरोना पॉजिटिव हो सकते हैं. बढ़ती महामारी के बीच में लोगों को आमंत्रित करने से मानव जीवन के लिए यह खतरा हो सकता है.
राम मंदिर को कोरोना वायरस का इलाज बताने वाले बीजेपी नेताओं के बयान संघ-भाजपा की धर्मांधता और कोरोना महामारी के बीच सरकार की अनुपयुक्त प्राथमिकताओं को ही दर्शाते हैं. जिला कमिटी सदस्य देवेंद्र कुमार ने कहा कि कोरोना के केस आए दिन तेज गति से बढ़ रहे हैं. लेकिन सरकार अपनी पूर्ण विफलता को लोगों की धर्मिक भावनाओं से खिलवाड़ के जरिये ढ़कना चाहती है.