दरभंगा: जिले में कड़ाके की ठंड के कारण लोग परेशान हैं. मौसम विभाग के अनुसार आने वाले दिनों में इस ठंड से राहत मिलने के कोई आसार नहीं हैं. सर्द पछुआ हवा के झोंके ने डीएमसीएच के सर्जिकल विभाग में भर्ती मरीज और उनके परिजन की मुश्किलें बढ़ा दी है. इस भवन के अधिकांश कमरों की खिड़कियों के कांच टूटे हुए हैं. जिस कारण मरीजों को काफी परेशानी हो रही है.
खिड़कियों में नहीं हैं दरवाजे विभाग से नहीं मिल रही उचित व्यवस्था
इस ठंड से बचाव के लिए परिजनों ने खिड़कियों पर चादर और कार्टन लगा रखा है ताकि हवा के झोंकों से बच सकें. लेकिन, इस ठंड के आगे ये सभी जुगाड़ फीके पर रहे हैं. वहीं, अस्पताल प्रशासन इस भवन के टूटे शीशे को बदलवाने के जगह कार्ड बोर्ड और पर्दा लगाने की बात कहकर अपनी जिम्मेदारी से भाग रही है. ये सभी उपाय इस सर्द के सामने नाकाफी साबित हो रही है.
रात-रात भर जगे रहते है मरीज और परिजन
यहां भर्ती मरीज के परिजन अकीला खातून ने बताया कि अस्पताल प्रशासन के तरफ से ठंड से बचाव के लिए किसी प्रकार के उपाए नहीं किए गए हैं. कमरों की खिड़कियों के शिशे और दरवाजे टूटे हुए है, जिससे ठंडी हवा के साथ-साथ आवारा पशु सीधे कमरे में आते हैं. हालांकि, अस्पताल की ओर से मरीज को एक-एक कंबल बांटा गया है. लेकिन उससे काम नहीं चल पा रहा है.
ईटीवी भारत संवाददाता की रिपोर्ट खिड़कियों में कार्डबोर्ड और पर्दे लगाने के निर्देश
अस्पताल अधीक्षक डॉ. राज रंजन प्रसाद ने कहा कि सर्जरी वार्ड को भवन विभाग द्वारा कंडम घोषित कर दिया गया है. फिर भी मरीजों की ज्यादा संख्या होने के चलते वहां इलाज चल रहा है. उन्होंने बताया कि हेल्थ मैनेजर को निर्देश दिया गया है कि उस भवन के जितने भी खिड़कियों के शीशे टूटे हुए हैं, सभी जगहों को कार्डबोर्ड और पर्दा लगाकर बंद कर दिया जाए, ताकि ठंडी हवा अंदर प्रवेश न कर सके.